दिल्ली कैपिटल्स 215 पर 5 (वॉर्नर 61, शॉ 51, नारायण 2-21) ने कोलकाता नाइट राइडर्स 171 (श्रेयस 54, राणा 30, कुलदीप 4-35, खलील 3-25) को 44 रन से हराया
पृथ्वी शॉ और डेविड वॉर्नर के तूफ़ानी अर्धशतकों की मदद से दिल्ली कैपिटल्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स को 44 रनों से हरा दिया। इस जोड़ी ने पहली विकेट के लिए साढ़े आठ ओवरों में 93 रन जोड़े और मज़बूत नींव रखी, जिसके बाद ऋषभ पंत, शार्दुल ठाकुर और अक्षर पटेल के योगदान ने टीम को एक विशाल स्कोर तक पहुंचाया।
टॉस जीतकर श्रेयस अय्यर ने पहले गेंदबाज़ी करने निर्णय लिया। उन्हें उम्मीद थी कि पिच दूसरी पारी में बेहतर होगी लेकिन उसमें ज़्यादा बदलाव नहीं हुआ। कोलकाता की धीमी शुरुआत के बाद आवश्यक रन रेट बढ़ता ही चला गया।
श्रेयस और नितीश राणा की साझेदारी ने उन्हें मैच में बनाए रखा लेकिन उनके जाने के बाद मैच दिल्ली की तरफ़ झुक गया। अनरिख़ नॉर्खिये की जगह टीम में आए खलील अहमद ने तीन शिकार किए जबकि कुलदीप यादव चार विकेट लेकर प्लेयर ऑफ़ द मैच रहे।
शॉ-वॉर्नर की शानदार शुरुआत
लखनऊ सुपर जायंट्स के विरुद्ध कैपिटल्स के पिछले मैच में शॉ अच्छी लय में नज़र आए थे। इस मैच में भी उन्होंने चौके के साथ अपनी पारी शुरू की। वॉर्नर ने भी अपने शॉट लगाए और उनका बख़ूबी साथ निभाया।
पिच से मदद नहीं मिलने के कारण उमेश को तीसरे ओवर में शॉर्ट पिच गेंदबाज़ी करनी पड़ी। उन्होंने बाउंसर गेंद पर शॉ को दो बार चौंकाया। पहली गेंद को तो उन्होंने पुल करते हुए चौके के लिए भेजा लेकिन दूसरी गेंद हेलमेट पर जा लगी। कंकशन टेस्ट पास करने के बाद शॉ ने आक्रमण जारी रखा। वॉर्नर ने दो चौकों के साथ कमिंस का स्वागत किया और उस ओवर की अंतिम गेंद पर छक्के के साथ शॉ ने चार ओवरों में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की।
पंत कहां पीछे हटने वाले थे?
तेज़ गेंदबाज़ों को रन लुटाते देख श्रेयस ने पावरप्ले के भीतर ही वरुण चक्रवर्ती और सुनील नारायण को गेंद थमाई। वॉर्नर ने उन्हें सेट नहीं होने दिया। 27 गेंदों पर अर्धशतक पूरा करने वाले शॉ को वरुण ने क्लीन बोल्ड कर दिया। नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करने आए पंत ने प्रहार जारी रखा और वरुण के अगले ओवर से 24 रन बटोरे। 11 ओवरों में दिल्ली का स्कोर 125 पर पहुंच गया था जिसके बाद वॉर्नर ने आंद्रे रसल की गेंद को साइटस्क्रीन पर भेजकर 35 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। पंत के साथ मिलकर उन्होंने 27 गेंदों में 55 रन जोड़े।
नारायण ने दिखाई अपनी क्लास
जिस पारी में केकेआर के पांच गेंदबाज़ों ने 10 से अधिक और एक गेंदबाज़ ने आठ की इकॉनमी से रन ख़र्च किए, नारायण के आंकड़े रहे : 4-0-21-2। ललित यादव स्वीप लगाने की कोशिश में पगबाधा हुए। रोवमन पॉवेल ने स्लॉग स्वीप लगाने का प्रयास किया और फ़ाइन लेग पर रिंकु सिंह ने उनका कैच लपका। इसके बाद उमेश यादव ने वॉर्नर को डीप मिडविकेट पर कैच करवाया।
लॉर्ड और बापू की बढ़िया फ़िनिश
18 ओवरों के बाद कैपिटल्स का स्कोर था पांच विकेट पर 176 रन। अक्षर पटेल नौ और शार्दुल ठाकुर तीन रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे और टीम को डर था कि स्कोर 200 के पार नहीं जा पाएगा। कैपिटल्स ने सरफ़राज़ ख़ान को रोककर रखा था और शायद यह रणनीति असफल होती दिख रही थी।
हालांकि इसके बाद लॉर्ड (शार्दुल) और बापू (अक्षर) ने उमेश द्वारा डाले गए 19वें ओवर में तीन छक्के और एक चौके की मदद से 23 रन बटोरे। कमिंस के अंतिम ओवर में शार्दुल ने एक चौका और एक छक्का लगाया। अंतिम दो ओवरों में 39 रन बनाकर इस जोड़ी ने कैपिटल्स के स्कोर को 215 पर पहुंचाया।
रहाणे को मिला भाग्य का बड़ा साथ
केकेआर की पारी की शुरुआत रोमांचक अंदाज़ से हुई। पहली गेंद पर मुस्तफ़िज़ुर रहमान ने रहाणे के ख़िलाफ़ कैच की अपील की जिसे अंपायर ने स्वीकार किया। रहाणे ने रिव्यू लिया जिसमें पता चला कि गेंद उनके पैड पर लगकर कीपर के दस्तानों में गई थी। अगली गेंद पर फिर एक बार अंपायर ने रहाणे को आउट करार दिया। फिर एक बार उन्हें अपना फ़ैसला बदलना पड़ा क्योंकि गेंद रहाणे के बल्ले के अंदरूनी किनारे पर लगकर पैड से जा टकराई थी। रहाणे ने तीसरी गेंद का पीछा किया और शरीर से दूर जाकर ड्राइव लगाई। गेंद बाहरी किनारे को चूमकर पंत के पास गई थी लेकिन कैपिटल्स के खिलाड़ियों ने अपील तक नहीं की और रहाणे को लगातार तीसरा जीवनदान मिला।
दूसरे छोर पर वेंकटेश अय्यर ने शार्दुल को दो लगातार छक्के जड़े लेकिन खलील अहमद ने उन्हें उसी शॉट पर डीप स्क्वेयर लेग पर कैच आउट करवाया। अपने अगले ओवर में खलील ने रहाणे की पारी को समाप्त किया। मिडऑन से पीछे भागते हुए शार्दुल ने गेंद पर नज़र बनाए रखी और तीसरे प्रयास में गेंद को लपक लिया।
श्रेयस का पलटवार
श्रेयस ने राणा के साथ मिलकर केकेआर को मैच में बनाए रखा। 11 ओवर में टीम के स्कोर को 100 के पार ले जाने के बाद राणा ललित की फ़ुल टॉस गेंद को लॉन्ग ऑन के फ़ील्डर के हाथों में मार बैठे। अगले ओवर में श्रेयस ने लॉन्ग ऑन के ऊपर से छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। हालांकि अगली गेंद पर कुलदीप ने उन्हें फंसाया और स्टंप आउट करवाया।
कुलदीप ने किया कमाल
रसल के साथ सैम बिलिंग्स ने कोलकाता की उम्मीदों को जगाए रखा। उन्होंने 14वें ओवर में अक्षर के ख़िलाफ़ एक चौका और एक छक्का लगाया। गेंदबाज़ी पर वापस आकर खलील ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया। इसके बाद चार गेंदों के भीतर कुलदीप ने कमिंस, नारायण और उमेश को बाहर भेजकर मैच को दिल्ली की झोली में डाल दिया। उमेश की विकेट के लिए तो उन्होंने मिडविकेट की तरफ़ भागकर एक लंबी डाइव लगाई और 30 गज़ के घेरे के पास कैच को पूरा किया। चार ओवरों में 73 रन तो रसल के लिए भी मुश्किल काम होने वाला था।