फ़िंच नए कप्तान को अगले वनडे विश्व कप की तैयारियों के लिए पूरा समय देना चाहते हैं • Getty Images
ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवर के कप्तान ऐरन फ़िंच ने वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। वह रविवार को न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ इस फ़ॉर्मेट का अंतिम मैच खेलेंगे। हालांकि वह टी20 खेलना जारी रखेंगे और आगे आने वाले टी20 विश्व कप में टीम का नेतृत्व भी करेंगे।
फ़िंच ने कहा, "कुछ सुनहरी यादों के साथ यह एक बेहतरीन यात्रा रही है। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं इस शानदार टीम का हिस्सा रहा हूं और इन खिलाड़ियों के साथ खेला हूं। लेकिन अब समय आ गया है कि कप्तानी किसी और के हाथ में सौंपा जाए ताकि उन्हें अगले विश्व कप की तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिल सके। मेरी इस यात्रा में सहयोग करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को मैं धन्यवाद देता हूं।"
फ़िंच ने इस साल वनडे क्रिकेट में 13 की साधारण औसत से सिर्फ़ 169 रन बनाए हैं। अंतिम 12 वनडे पारियों में वह पांच बार शून्य पर आउट हुए हैं। पिछली सात पारियों में उनके नाम सिर्फ़ 26 रन है।
हालांकि फ़िंच की नज़र 2023 विश्व कप पर थी लेकिन इस ख़राब फ़ॉर्म के कारण उन्होंने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ सीरीज़ से ही इस बारे में सोचना शुरू कर दिया था। अब उनकी नज़र टी20 विश्व कप ख़िताब के बचाव पर है, जो अगले महीने से ऑस्ट्रेलिया में ही खेला जाना है।
टी20 विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया को आठ टी20 अंतर्राष्ट्रीय और भारत के ख़िलाफ़ एक अभ्यास मैच खेलना है। वह इन मैचों के जरिये अपना फ़ॉर्म तलाशने की कोशिश करेंगे।
फ़िंच ने यह भी बताया कि वह बीबीएल में मेलबर्न रेनेगेड्स की तरफ़ से खेलना जारी रखेंगे। इसके अलावा वह अन्य देशों में होने वाले फ़्रैंचाइज़ी क्रिकेट में भी अपना क़िस्मत आजमा सकते हैं क्योंकि इस टी20 विश्व कप के बाद अगले साल अगस्त में ही ऑस्ट्रेलिया को कोई टी20 मैच खेलना है। फ़िंच ने कहा कि वह इस खाली समय में अपने टी20 करियर का भी मूल्यांकन करेंगे।
फ़िंच के नाम वनडे क्रिकेट में 17 शतक है, जो ऑस्ट्रेलिया की ओर से तीसरा सर्वाधिक है। वह 2015 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य भी थे। पाकिस्तान (49.16 की औसत और दो शतक), इंग्लैंड (48.35 की औसत और सात शतक) और भारत (48.66 की औसत और चार शतक) के ख़िलाफ़ उनका प्रदर्शन शानदार रहा है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के मुख्य कार्यकारी निक हॉकली ने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की तरफ़ से मैं फ़िंच को उनके वनडे करियर के लिए बधाई और धन्यवाद देता हूं। उनकी बल्लेबाज़ी और नेतृत्व क्षमता दोनों बेहतरीन है। उनका संन्यास लेना भी उनके निःस्वार्थपन को दिखाता है। मुझे ख़ुशी है कि वह टी20 में टीम का नेतृत्व करते रहेंगे। विश्व कप में उनका अनुभव, रणनीति और नेतृत्व क्षमता बहुत मायने रखता है।"
ऑस्ट्रेलिया को अब टी20 विश्व कप के बाद ही कोई वनडे सीरीज़ खेलना है। ऐसे में देखना होगा कि क्या वह विश्व कप के बाद टी20 क्रिकेट से भी संन्यास नहीं ना लेते हैं। ऐसे में टीम किसी ऐसे व्यक्ति को यह ज़िम्मेदारी देना चाहेगी जो वनडे और टी20 क्रिकेट दोनों में नियमित हो। फ़िलहाल ऐसे लोगों में जॉश हेज़लवुड, ग्लेन मैक्सवेल, स्टीव स्मिथ और मिचेल मार्श का नाम शामिल है। टेस्ट कप्तान पैट कमिंस पहले ही सीमित ओवर क्रिकेट की कप्तानी करने में अनिच्छा जाहिर कर चुके हैं।