मैच (11)
SL vs AUS (1)
IND vs ENG (1)
त्रिकोणीय सीरीज़ (1)
विश्व कप लीग 2 (1)
रणजी ट्रॉफ़ी (4)
Sheffield Shield (3)
ख़बरें

आईसीसी खेल की गति को नियंत्रित करने के लिए स्टॉप क्लॉक लाएगी

इस कदम का परीक्षण दिसंबर 2023 और अप्रैल 2024 के बीच पुरुषों के वनडे और टी20ई में परीक्षण के आधार पर किया जाएगा

A member of the ground staff carries a clock across the pitch, Zimbabwe vs West Indies, 1st Test, Bulawayo, second day, February 5, 2023

एक और नियम वनडे और टी20 क्रिकेट से जुड़ने की तैयारी में है  •  Associated Press

खेल की गति को नियंत्रित करने के लिए एक कदम में आईसीसी ने कहा है कि वह ओवरों के बीच स्टॉप क्लॉक का प्रयोग करेगा। यदि गेंदबाज़ी पक्ष एक पारी में एक मिनट के भीतर नया ओवर शुरू करने में तीन बार विफल रहता है तो उस पर पांच रन का जुर्माना लगाया जाएगा।
इस कदम को मुख्य कार्यकारी समिति द्वारा लागू किया गया था और यह पुरुषों के वनडे और टी20ई तक ही सीमित रहेगा और इस दिसंबर और अप्रैल 2024 के बीच छह महीने के लिए "परीक्षण के आधार" पर लागू किया जाएगा।
आईसीसी ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "घड़ी का उपयोग ओवरों के बीच लगने वाले समय को नियंत्रित करने के लिए किया जाएगा। यदि गेंदबाज़ी टीम पिछले ओवर के पूरा होने के 60 सेकंड के भीतर अगला ओवर फे़ंकने के लिए तैयार नहीं है, तो एक पारी में तीसरी बार ऐसा होने पर पांच रन का जुर्माना लगाया जाएगा।"
2022 में आईसीसी ने धीमी ओवर गति से निपटने के लिए पुरुष और महिला क्रिकेट दोनों में वनडे और T20आई में मैच जुर्माना लगाया था। वर्तमान में मैच की स्थितियों के अनुसार, दोनों प्रारूपों के लिए मंजूरी यह है कि यदि क्षेत्ररक्षण टीम निर्धारित समय तक अंतिम ओवर शुरू करने में विफल रहती है, तो उन्हें 30-यार्ड घेरे के बाहर एक क्षेत्ररक्षक कम रखना होता है।
तीसरा अंपायर एक टाइमर के माध्यम से ऑन-फ़ील्ड मैच अंपायरों को बताता है कि तय समय पर मैच हो रहा है या नहीं। यह नियम जनवरी में टी20आई में और इस साल की शुरुआत में जून-जुलाई में विश्व कप क्वालिफ़ायर के दौरान वनडे में लागू किया गया था। यह सज़ा आईसीसी की मैच शर्तों के तहत धीमी ओवर गति के लिए टीमों को दिए जाने वाले आर्थिक जुर्माने के अतिरिक्त है।
स्टॉप क्लॉक का होना खेल में कोई अभूतपूर्व कदम नहीं है, टेनिस में 'शॉट क्लॉक' का उपयोग होता है, जहां एक खिलाड़ी को प्‍वाइंट के बीच सर्विस करने के लिए तैयार होने के लिए 25 सेकंड का समय मिलता है। तीनों प्रारूपों में धीमी ओवर गति से निपटने के लिए 2018 में एमसीसी की विश्व क्रिकेट समिति द्वारा 'शॉट क्लॉक' का भी सुझाव दिया गया था। एमसीसी समिति में शामिल पूर्व अंतरराष्ट्रीय कप्तान रिकी पोंटिंग, सौरव गांगुली और कुमार संगकारा ने सिफ़ारिश की थी कि खेल में "डेड टाइम" के दौरान 'शॉट क्लॉक' का उपयोग किया जाएगा।
पोंटिंग ने उस समय बताया था कि यह घड़ी एक ओवर के दौरान काम नहीं करेगी। उन्‍होंने कहा था, "यह खेल का अंतिम समय है, इसलिए ओवर के अंत में क्षेत्ररक्षकों और गेंदबाज़ों को अपनी स्थिति में वापस आना होगा और एक निश्चित समय पर गेंदबाज़ी करने के लिए तैयार होना होगा। इस पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। ऐसे ही जब नया बल्‍लेबाज़ क्रीज़ पर आएगा तो गेंदबाज़ी टीम को पूरी तरह से इसी समय के बीच तैयार रहना होगा।"

नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्‍यूज एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।