शशांक और आशुतोष उन खिलाड़ियों में हैं जिन्होंने इस सीज़न प्रभाव डाला है • BCCI
IPL दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टी20 कौशल के लिए बेहतरीन जगह है। हजारों लोग कई मुश्किलों को पार करके एमएस धोनी को छक्के लगाते, विराट कोहली को शतक लगाते और जसप्रीत बुमराह को सटीक यॉर्कर डालते देखते हैं। इसके अलावा एक अलग ट्रेड इस बार उभरा है, वह है अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों का चमकना। ESPNcricinfo के स्मार्ट स्टैट्स के मुताबिक इस सीज़न पहले 30 मैचों में अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों का औसत प्रभाव 22.19 है जो पिछले सीज़न (17.16) से 30 प्रतिशत अधिक है।
जिन तीन खिलाड़ियों ने इस सीज़न दो प्लेयर ऑफ़ द मैच जीते हैं, उसमें से दो अनकैप्ड भारतीय हैं। इस सीज़न में पांच विकेट लेने वाले पहले और एकमात्र खिलाड़ी जिसका नाम बुमराह नहीं है, वह एक अनकैप्ड भारतीय है। एक अनकैप्ड भारतीय औरेंज कैप के लिए कोहली को चुनौती दे रहा है। अभी तक IPL रन सूची में एक ही बार कोई अनकैप्ड खिलाड़ी शीर्ष पर रहा है, वह हैं ऋतुराज गायकवाड़ जिन्होंने यह कारनामा 2021 में किया था।
कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) और लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के पास अनकैप्ड भारतीय गेंदबाज़ हैं, जो अपना काम कर रहे हैं, पंजाब किंग्स (PBKS) ने आगे बढ़ने के लिए अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों की ओर रुख़ किया है। इम्पैक्ट खिलाड़ी के नियम ने भी अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों को अधिक मौक़े देने में अपना योगदान दिया है। यहां पर छह खिलाड़ियों के बारे में बात करते हैं जो IPL 2024 में चमके हैं ओर जिनका भविष्य सुनहरा है।
अपने पहले दो मैचों में प्लेयर ऑफ़ द मैच पाने वाले पहले खिलाड़ी बनकर मयंक यादव ने IPL 2024 में अपने नाम की तूती बुलवाई। 21 वर्ष के तेज़ गेंदबाज़ ने जॉनी बेयरस्टो, ग्लेन मैक्सवेल, कैमरन ग्रीन और हाल ही में भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू करने वाले रजत पाटीदार जैसे खिलाड़ियों के विकेट लिए।
मयंक ने चिन्नास्वामी स्टेडियम में जिस तरह से अपनी गति से मैक्सवेल और ग्रीन के विकेट लिए वो देखने लायक थे। मयंक लगातार 150 किमी प्रति घंटा की गति से गेंदबाज़ी करते हैं, यहां तक कि उन्होंने मैक्सवेल को शॉन टेट के उन दिनों की याद दिलाई जब वह शीर्ष पर थे। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर और सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) कोच टॉम मूडी को मयंक ने बहुत प्रभावित किया और चर्चा चलने लगी कि मयंक को आने वाले टी20 विश्व कप में जगह मिलनी चाहिए, लेकिन पेट की मांसपेशियों की चोट की वजह से इस चर्चा पर अभी विराम लग गया।
पिछली नीलामी में शशांक को 20 लाख के बेस प्राइज़ पर ख़रीदा गया था, लेकिन PBKS ने उस दौरान ग़लत खिलाड़ी चुने जाने की ओर इशारा किया, हालांकि बाद में सोशल मीडिया पर उन्होंने अपनी सफ़ाई दी।
PBKS के गुजरात टाइटंस के ख़िलाफ़ दूसरे मैच में शशांक ने पहले बड़े शॉट लगाए और फिर मैच फ़िनिश किया, यह वह रोल था जो लियम लिविंगस्टन फ़िट होने पर टीम के लिए निभाते। 32 वर्ष के शशांक ने 200 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 29 गेंद में नाबाद 61 रनों की पारी खेली, जबकि PBKS ने 13 ओवर में 111 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे। जिन लोगों ने नीलामी के दौरान शशांक की आलोचना की थी, वे अब सही आदमी को चुनने के लिए उनकी और PBKS की प्रशंसा कर रहे थे।
शशांक ने SRH के ख़िलाफ़ अगले ही मैच में फिर से कमाल किया और भुवनेश्वर कुमार, पैट कमिंस जैसे गेंदबाज़ों पर प्रहार किया लेकिन PBKS दो रन से इस बार मैच हार गई। सालों तक घरेलू क्रिकेट में पसीना बहाने के बाद शशांक ने आख़िरकार IPL लाइमलाइट में क़दम रख दिया है।
इस सीज़न IPL डेब्यू करने से पहले आशुतोष ने केवल 15 टी20 खेले थे। उन्होंने शशांक के साथ मिलकर PBKS को एक अहम जीत दिलाई। दोनों ने मिलकर अभी तक 22 गेंद में 43 और 27 गेंद में नाबाद 66 रन की साझेदारी की हैं। दूसरे छोर पर शशांक के बिना आशुतोष राजस्थान रॉयल्स (RR) के ख़िलाफ़ इम्पैक्ट सब के तौर पर आए और 20 गेंद में 31 रन की प्रभावी पारी खेली, ऐसा दिन जब PBKS का स्कोर 150 से ऊपर जाता नहीं दिख रहा था।
आशुतोष के भविष्य का कुछ नहीं पता था जब 2020 में उन्हें मध्य प्रदेश की टीम से निकाल दिया गया था, लेकिन उन्हें रेलवे और अब PBKS के तौर पर IPL में नया घर मिला। पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ और आशुतोष के बचपन के कोच अमय खुरसिया को आशुतोष की काबिलियत पर विश्वास था और उन्होंने उनसे कहा था : "जब भी आपको [IPL में] मौक़ा मिलेगा, आप हीरो बनोगे!"
अगर इम्पैक्ट प्लेयर नियम लागू नहीं होता तो आशुतोष को हीरो बनने के लिए और अधिक इंतज़ार करना पड़ता, लेकिन वह अब खोए हुए समय की भरपाई कर रहे हैं।
इस IPL अभिषेक (197.19) का इशान किशन, ऋषभ पंत और शिवम दुबे से अधिक स्ट्राइक रेट है। अगर वह ऐसे ही आक्रमण करते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब वह एक कैप्ड खिलाड़ी बन जाएं।
इस सीज़न उनका स्ट्राइक रेट पावरप्ले में 206.34 तक पहुंच गया है। केवल उनके ओपनर साथी ट्रैविस हेड (2024 में 207.14) और अजिंक्य रहाणे (2023 में 208.33) ने खेल की उस अवधि में सभी सीज़न में अभिषेक से बेहतर प्रदर्शन किया है।
हैदराबाद में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के ख़िलाफ़ अभिषेक की पॉवरफुल हिटिंग का नूमना देखने को मिला। जहां उनके सामने एक लक्ष्य था और बाद में पिच धीमी हो जाती तो उन्होंने पावरप्ले का फ़ायदा उठाते हुए खूब रन बनाए, जिसमें मुकेश चौधरी पर उन्होंने एक ही ओवर में 27 रन बना दिए।
अगर वह पावरप्ले को पार कर जाते तो वह स्पिनरों के ख़िलाफ़ भी ऐसे ही रन बनाते। CSK और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के ख़िलाफ़ अभिषेक ने ओपन गेंदबाज़ी भी की, लेकिन यह बल्ले से उनका ओपनिंग रोल है जिसने विरोधियों का हाल बुरा कर दिया है।
IPL 2019 की नीलामी में RR ने रियान पराग को 20 लाख के बेस प्राइज़ में लिया था और 2022 की नीलामी में वह उनके कौशल से प्रभावित हुए और उनको 3.8 करोड़ रुपये में दोबारा अपनी टीम में शामिल कर लिया। 2023 उनके लिए अच्छा नहीं गया लेकिन आख़िरकार अब पराग दिखा रहे हैं कि उनके पास क्या कौशल है।
उन्होंने इस सीज़न की शुरुआत पहली पांच पारियों में तीन अर्धशतक के साथ की, यह तीनों ही अर्धशतक नंबर चार पर खेलते हुए आए। इससे RR को इम्पैक्ट खिलाड़ी रणनीति बनाने में लचीलापन मिला। पराग के रन की वजह से टीम रोवमन पॉवेल के पास नहीं जा सकी और इससे उन्हें नांद्रे बर्गर के तौर पर छठे गेंदबाज़ को खिलाने का मौक़ा मिला।
पराग ने इस सीज़न अपने पावर गेम को दिखाया जहां उन्होंने 183 गेंद में 18 छक्के लगाए। उन्होंने यही पावरहिटिंग सैयद मुश्ताक़ अली में असम के लिए खेलते हुए दिखाई जहां पर उन्होंने लगातार सात अर्धशतक लगाए। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय IPL से पहले लगे प्री सीज़न कैंप को दिया, जहां पर उन्होंने RR के सीनियर कोचों में से एक ज़ुबीन भरुचा के साथ नागपुर स्थित एकेडमी में ट्रेनिंग की।
हर्षित इस सीज़न जो तीन मैच खेले हैं तीनों में अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने SRH और RCB के ख़िलाफ़ दो-दो विकेट लिए और ईडन गार्डंस में आख़िरी ओवर में क्लासन को रोकना एक बड़ी हाइलाइट थी। राणा ने दिल्ली कैपिटल्स (DC) के ख़िलाफ़ गेंदबाज़ी नहीं की और CSK के ख़िलाफ़ चोटिल होने की वजह से नहीं खेले लेकिन एक बेहतरीन स्पेल के साथ उन्होंने वापसी की।
स्कोरकार्ड दिखाएगा कि उन्होंने कोई विकेट नहीं लिया लेकिन LSG को उन्होंने डिफ़ेंसिव रखा जिससे KKR को जीत मिली। निकोलस पूरन इस सीज़न हर सातवीं गेंद पर छक्का लगा रहे हैं, लेकिन राणा ने उस दिन उनको शांत रखा, जहां उन्होंने ओवर द विकेट गेंदबाज़ी करते हुए वाइड लाइन गेंदबाज़ी की और 11 गेंद में 16 रन ही दिए। वह गेंद को पिच पर मारने पर भरोसा करते ना कि सीम या स्विंग गेंदबाज़ी पर। उनकी हार्ड लेंथ खेलना मुश्किल होता है। वह पहले ही इंडिया ए रडार पर हैं और IPL का एक अच्छा सीज़न उन्हें और रिवार्ड दे सकता है।