तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) में बुधवार को एक अज़ीब घटना हुई। डिंडिगुल ड्रैगंस और Ba11sy त्रिची के बीच हुए
मैच में एक ही गेंद पर दो बार रिव्यू लिया गया। पहला रिव्यू त्रिची के बल्लेबाज़
आर राजकुमार ने लिया, जिन्हें फ़ील्ड अंपायर ने आर अश्विन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट क़रार दिया था। राजकुमार ने इसका तुरंत रिव्यू लिया। रिव्यू में टीवी अंपायर को दिखा कि गेंद और बल्ले के बीच पर्याप्त दूरी थी और बल्ला, गेंद से नहीं बल्कि ज़मीन से टकराया था, जिसके कारण अल्ट्राएज़ में स्पाइक हुआ था। कई बार रिप्ले देखने के बाद टीवी अंपायर ने मैदानी अंपायर का फ़ैसला बदल दिया।
हालांकि डिंडिगुल के कप्तान
आर अश्विन इस फ़ैसले से संतुष्ट नहीं दिखे। उनका मानना था कि भले ही बल्ला ज़मीन से टकराया था, लेकिन जब गेंद, बल्ले के पास से गुज़री थी, तब उसने बल्ले का बाहरी किनारा भी लिया था। आर अश्विन ने टीवी अंपायर का फ़ैसला आने के बाद फिर से तुरंत रिव्यू लिया। इस दौरान वह मैदानी अंपायरों श्रीनिवासन और एवी साईदर्शन कुमार से देर तक बात करते हुए भी नज़र आए। हालांकि इसका उन्हें कोई फ़ायदा नहीं हुआ और टीवी अंपायर एस निशांत ने फिर से वही रिप्ले देखते हुए अपने फ़ैसले को बरक़रार रखा।
यह घटना त्रिची के पारी के 13वें ओवर में हुई, जब अश्विन की एक कैरम गेंद दाएं हाथ के बल्लेबाज़ के लिए टप्पा खाकर बाहर निकली। विकेटकीपर बाबा इंद्रजीत ने इस गेंद को कलेक्ट किया और कॉट बिहाइंड की अपील की। अंपायर ने तुरंत उंगलियां खड़ी कर दीं, लेकिन बल्लेबाज़ ने तुरंत रिव्यू भी लिया।
जब अश्विन ने दोबारा रिव्यू लिया, तब थर्ड अंपायर ने वही रिप्लेज़ देखने के बाद फिर से दोहराया कि गेंद और बल्ले के बीच पर्याप्त दूरी थी और अल्ट्राएज़ में स्पाइक़ बल्ले के ज़मीन से छूने के कारण था। हालांकि इस निर्णय का मैच पर कोई पर्याप्त प्रभाव नहीं पड़ा और अश्विन की टीम डिंडिगुल छह विकेट से यह मैच जीत गई। अश्विन ने इस मैच में एक मेडेन ओवर करते हुए चार ओवर में 26 रन देकर दो विकेट लिए। हालांकि मैच के बाद अश्विन ने इस फ़ैसले पर अपनी निराशा भी व्यक्त की।
उन्होंने पोस्ट मैच प्रज़ेंटेशन में कहा, "बड़े स्क्रीन पर रिप्ले देखने के बाद मुझे लगा कि यह आउट था। इस टूर्नामेंट में अभी डीआरएस नया है। मैदानी अंपायर का निर्णय बदलने के लिए आपके पास पर्याप्त सबूत होने चाहिए थे। जब फ़ैसले को बदला गया तो मैं ख़ुश नहीं था। इसलिए मैंने उसे दोबारा रिव्यू किया। मुझे उम्मीद थी कि अंपायर दूसरे रिव्यू में कुछ अलग एंगल से रिप्ले देखेंगे।"
वहीं डिंडिगुल के खिलाड़ी
आदित्य गणेश ने भी अपने कप्तान के फ़ैसले का समर्थन किया। उन्होंने कहा, "यह एक नज़दीकी निर्णय था। ऐश अन्ना (अश्विन) को डीआरएस लेने का अधिकार था और उन्होंने ऐसा किया।"
यह टीएनपीएल का सातवां संस्करण है, लेकिन पहली बार डीआरएस और इंपैक्ट प्लेयर का नियम लागू हो रहा है।
डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल में भारतीय दल का हिस्सा बनने के बाद अश्विन 13 जून को पहले चेन्नई लौटे और फिर कोयंबतूर गए, जहां यह मैच होना था। उन्होंने अगले दिन 14 जून को यह मैच खेला और जेटलैग होने के बाद भी अपनी गेंदबाज़ी और कप्तानी से प्रभावित किया।
उन्होंने कहा, "हां, निश्चित रूप से जेटलैग था। मैंने मैच शुरू होने से पहले बस थोड़ी स्ट्रेचिंग की थी। मैच का पहला 10 ओवर तो सही था, लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, शरीर में अकड़न आने लगी। मैं यात्रा से थका हुआ था, लेकिन मैं लड़कों के साथ खेलना चाहता था।"
अश्विन ने टीएनपीएल 2023 के नीलामी के दौरान कहा था कि वह पूरे सीज़न के लिए उपलब्ध रहेंगे। हालांकि अगर वह 12 जुलाई से शुरू होने वाले भारत के वेस्टइंडीज़ दौरे पर जाते हैं तो उन्हें प्ले ऑफ़ मैचों को छोड़ना होगा, जो कि सात जुलाई से शुरू होगा। उससे पहले वह टूर्नामेंट के सभी लीग मैच आराम से खेल सकेंगे।