हार्दिक पंड्या का T20 क्रिकेट में पहली बार पांच विकेट लेना,
सूर्यकुमार यादव की 43 गेंदों में 67 रनों की विस्फोटक पारी और
नमन धीर के 24 गेंदों में 46 रन। अगर किसी एक टीम के खिलाड़ी इस तरह का प्रदर्शन करें, तो आम तौर पर जीत तय मानी जाती है। लेकिन IPL 2025 में लखनऊ सुपर जाएंट्स और मुंबई इंडियंस के मैच में ऐसा नहीं हुआ। इन तमाम कोशिशों के बावजूद
मुंबई इंडियंस 12 रनों से हार गई। टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए LSG की टीम ने एकाना स्टेडियम में 203 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इस मैदान पर इससे पहले सिर्फ़ राजस्थान की टीम ही 200 से ज़्यादा रन बना सकी थी। लखनऊ के लिए मिचेल मार्श ने 60 और ऐडन मारक्रम ने 53 रनों की पारी खेली। पिच थोड़ी पेचीदा थी, लेकिन इन दो पारियों की बदौलत टीम सम्मानजनक से थोड़ी आगे निकल गई। इस पारी की एक हाइलाइट यह भी थी कि ऋषभ पंत का बल्ला फिर से नहीं चला और वह सिर्फ़ दो रन ही बना सके।
MI की शुरुआत अच्छी नहीं रही। विल जैक्स और रायन रिकलटन के विकेट जल्दी गिर गए, लेकिन वह पावरप्ले में टीम 64 रन बटोरने में सफल रही। इसके बाद सूर्यकुमार और नमन ने पारी को संभाला और बीच के ओवरों में रन गति को बनाए रखा। नमन और सूर्यकुमार के बीच 67 रनों की अच्छी साझेदारी हुई।
10 ओवर में मुंबई का स्कोर तीन विकेट पर 101 था। अब ज़रूरत थी 60 गेंदों में 101 रन की थी आजकल के T20 में बहुत ज़्यादा मुश्किल नहीं माना जाता है। इस बीच सूर्यकुमार और तिलक वर्मा ने चौथे विकेट के लिए 64 रनों की साझेदारी कर ये उम्मीद भी जगाई।
16 ओवर तक खेल MI के पक्ष में काफ़ी हद झुका हुआ लग रहा था। 24 गेंदों में 52 रन चाहिए थे। हार्दिक डगआउट में थे, सूर्या-तिलक रन बरसा रहे थे। लेकिन तभी LSG के गेंदबाज़ों ने अलग ही कहानी लिखने का सफल प्रयास किया, जिसमें शार्दुर ठाकुर, आवेश ख़ान और दिग्वेश राठी ने अहम भूमिका निभाई।
17वें ओवर की पहली गेंद पर आवेश ने सूर्यकुमार को आउट कर दिया। भले ही उस ओवर में 12 रन बन गए, लेकिन मोमेंटम मुंबई के हाथ से फिसल गया। अगले ओवर में दिग्वेश राठी आए। इस टूर्नामेंट में उन्होंने अब तक अपनी गुगली और धीमी गेंदों से काफ़ी प्रभाव डाला है। यहां भी उन्होंने सिर्फ़ 11 रन दिए।
अब 12 गेंदों में चाहिए थे 29 रन। 19वां ओवर शार्दुल ने फेंका। उस ओवर में उन्होंने सिर्फ़ 7 रन दिए और तिलक वर्मा ने ख़ुद को रिटायर आउट कर लिया। वह IPL में ऐसा करने वाले सिर्फ़ चौथे बल्लेबाज़ हैं।
अब अंतिम ओवर बचा था। मुंबई को 22 रन चाहिए थे। पहली गेंद पर हार्दिक ने सिक्सर जरूर जड़ा, लेकिन इसके बाद आवेश ने उन्हें पूरी तरह बांध दिया। सटीक यॉर्कर, लेंथ में विविधता और दबाव में बेहतरीन नियंत्रण--आवेश ने अंतिम ओवर में वही सब कुछ किया, जो किसी भी कप्तान को चाहिए होता है। और इस तरह, एक हाई स्कोरिंग, उतार-चढ़ाव से भरे मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स ने मुंबई इंडियंस को 12 रनों से मात दी।