शुभमन, शार्दुल, सिराज और कुलदीप : न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ से निकले कुछ अहम सितारे
विश्व कप साल को देखते हुए इन युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन भारत के लिए बहुत अहम है
सिराज ने हालिया सीरीज़ में सबसे अधिक प्रभावित किया है • BCCI
भारत का घरेलू सीज़न जीत के साथ शुरू हुआ है। भारत में वनडे विश्व कप को देखते हुए यह सीज़न बहुत महत्वूर्ण है। भारतीय टीम ने कुछ अहम खिलाड़ियों के गैर मौजूदगी के बावजूद श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ क्लीन स्वीप कर अच्छे संकेत दिए हैं।
बुमराह की अनुपस्थिति में सिराज का उभरना
इन दो सीरीज़ में बेहतरीन गेंदबाज़ी कर मोहम्मद सिराज ने वनडे टीम में अपनी जगह मजबूत कर ली है। जब पिच से मदद मिल रही थी, तो उन्होंने नई गेंद से स्विंग और सीम कराया, वहीं जब पिच में कुछ नहीं था तो उन्होंने वॉबल सीम से बल्लेबाज़ों को परेशान किया। उन्होंने श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ के पांच मैचों में 14 विकेट लिए और वनडे रैंकिंग में नंबर एक पर क़ब्ज़ा जमाया।
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शुभमन ने ओपनिंग में अपनी जगह पक्की की
घरेलू सीज़न शुरू होने से पहले शुभमन गिल की जगह पक्की नहीं थी क्योंकि एक और सलामी बल्लेबाज़ इशान किशन दोहरा शतक बनाकर आ रहे थे। लेकिन अब शुभमन के पास ख़ुद दोहरा शतक है और ऐसा करने वाले इतिहास के सबसे युवा बल्लेबाज़ हैं। सबको पता था कि शुभमन भविष्य के सितारे हैं, लेकिन वह इतनी जल्दी इस तरह से चमकेंगे, यह कोई नहीं जानता था।
शार्दुल की वापसी
श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ से बाहर रहने वाले शार्दुल ठाकुर ने एक बार फिर से अपनी ऑलराउंड क्षमता को साबित किया। पहले वनडे के दौरान जब माइकल ब्रेसवेल अपनी टीम को एक असंभव जीत की ओर ले जा रहे थे, तो शार्दुल ने ही अपनी डिप होती यॉर्कर से उन्हें फंसाया। तीसरे वनडे के दौरान भी 10 गेंद के भीतर ही तीन विकेट लेकर उन्होंने फिर दिखाया कि क्यों उन्हें जोड़ी-ब्रेकर और विकेट टेकर कहा जाता है।
कुलदीप की दहाड़
श्रीलंका के ख़िलाफ़ सीरीज़ में युज़वेंद्र चहल अपना कंधा चोटिल कर बैठे थे, जिसके कारण कुलदीप यादव को मौक़ा मिला और उन्होंने कोलकाता में प्लेयर ऑफ़ द मैच का ख़िताब जीता। इसके बाद उन्होंने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ भी सीरीज़ में छह विकेट लिए। छोटी बाउंड्री और ओस के बावजूद भी उन्होंने बेहतरीन तरीके से गेंद को दोनों तरफ़ स्पिन करवाया और अपनी फ़्लाइट से भी कीवी बल्लेबाज़ों को छकाते रहे। तीसरे वनडे में 'कुल्चा' (कुलदीप यादव और युज़वेंद्र चहल) की जोड़ी ने लंबे समय बाद मैदान पर एक साथ वापसी की और उसमें भी चहल के दो मुक़ाबले, तीन विकेट लेकर कुलदीप ने अपने आपको अव्वल साबित किया। अब तो एकादश में 'कुलदीप बनाम चहल' की चर्चा शुरू हो चुकी है, जिसका जवाब शायद ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ होने वाले वनडे सीरीज़ से ही मिल सकेगा।
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं