शुभमन : पापा और युवी पाजी को गर्व महसूस कराना एक स्पेशल फ़ीलिंग
युवा बल्लेबाज़ ने न्यूज़ीलैंड पर हावी होते हुए लगाया ऐतिहासिक दोहरा शतक
पांच नवंबर 2009 को हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम ने वनडे क्रिकेट इतिहास की एक यादगार पारी का आनंद लिया था, जब ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए 351 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए सचिन तेंदुलकर ने 175 रन बनाए थे। यह वह समय था जब वनडे क्रिकेट को एक भी दोहरा शतकवीर नहीं मिला था।
किस ने सोचा था कि वही मैदान एक बार फिर एक ऐतिहासिक पारी का साक्षी बनेगा। 18 जनवरी 2023 की शाम उप्पल में मौजूद हर एक व्यक्ति अपनी कुर्सी से खड़े होकर एक 23 वर्षीय युवा खिलाड़ी का अभिवादन कर रहा था। इस युवा खिलाड़ी ने काम ही कुछ ऐसा किया था। सलामी बल्लेबाज़ शुभमन गिल ने भारतीय पारी के 49वें ओवर में अपने वनडे करियर का पहला दोहरा शतक जड़ा। तीन लगातार छक्के लगाकर उन्होंने उस सूची में अपना नाम जोड़ दिया जहां तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, रोहित शर्मा और क्रिस गेल जैसे दिग्गज खिलाड़ी मौजूद हैं।
दिसंबर 2022 में इशान किशन बांग्लादेश के विरुद्ध पुरुष वनडे क्रिकेट इतिहास के सबसे युवा दोहरे शतकवीर बने थे। अब यह रिकॉर्ड गिल के नाम हो गया है। इसके अलावा गिल ने वनडे क्रिकेट में भारत की ओर से पारियों के लिहाज़ से सबसे तेज़ 1000 रन पूरा करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है।
अपनी इस रिकॉर्डतोड़ पारी के बाद उन्होंने कहा, "यह (पारी) मेरे लिए बहुत मायने रखती है। श्रीलंका के विरुद्ध पहले और तीसरे वनडे में मैं सेट था और बड़ा स्कोर लगाना चाहता था लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा हो ना सका। जब मैं सेट था तो मैं टीम के लिए खड़ा रहकर जितने हो सके उतने रन बनाना चाहता था।"
इशान के दोहरे शतक के बावजूद भारतीय वनडे टीम में गिल को तरजीह दी गई थी। जब यह फ़ैसला लिया गया तब कई लोगों ने गिल के टीम में होने पर सवाल उठाए थे और इसका जवाब उन्होंने एक अर्धशतक, फिर एक शतक और अब एक दोहरा शतक लगाकर दे दिया है। तो आख़िर गिल की सफलता का राज़ क्या है?
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि निरंतरता सबसे महत्वपूर्ण है। मैं इसे पाने का प्रयास करता हूं। किसी भी प्रारूप में निरंतर रहना बहुत ज़रूरी है। अपनी मेहनत को रंग लाते देखना वाकई में बहुत अच्छा है।"
सूरज की तपती धूप में दिन के समय बल्लेबाज़ी करते हुए 149 गेंदों तक टिके रहना और 208 रन बनाना कतई आसान नहीं होता है। डेथ ओवरों में आते-आते गिल थक रहे थे और यह साफ़ नज़र आ रहा था। हालांकि उनकी मानसिकता साफ़ थी और वह अपने लक्ष्य पर नज़र जमाए हुए थे।
गिल ने कहा, "मैं हावी होने को तैयार था लेकिन लगातार अंतराल पर विकेट गिर रहे थे। मेरे लिए महत्वपूर्ण था कि मैं अंत तक खड़ा रहूं। ड्रेसिंग रूम से भी यही संदेश आया था। इसी वजह से मुझे संभलकर, रक्षात्मक अंदाज़ में खेलना पड़ा। अगर मैं आउट हो जाता तो निचले क्रम के बल्लेबाज़ों के लिए बाउंड्री लगाना कठिन होता।"
डेथ ओवरों में अपनी रणनीति पर उन्होंने कहा, "पहले मैंने अंतिम पांच ओवर में अपने हाथ खोलने का मन बनाया। हालांकि 44वें ओवर में वॉशी (वॉशिंगटन सुंदर) के आउट होने के बाद संदेश यह था कि अंतिम तीन ओवर में प्रहार करना। जब मैंने 46वें या 47वें ओवर में दो छक्के लगाए, ठीक उसी समय मैंने हाथ खोलने का मन बना लिया।"
इस दोहरे शतक पर क्रिकेट जगत के कई नामी सितारों ने गिल को बधाई दी। ट्विटर, फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम समेत कई माध्यमों पर उनके लिए प्यार भरे संदेश आ रहे थे। हालांकि एक ट्वीट जिसने उनके चेहरे पर सबसे अधिक हंसी लाई, वह थी युवराज सिंह की। युवराज ने लिखा कि यह उनके तथा शुभमन के पिता के लिए गर्व महसूस करने का दिन है।
200 in a one day game !! At such a young age incredible unbelievable!! A very proud day for me and shubmans dad !!!congratulations @ShubmanGill the whole country is proud of you #NZvsIND
— Yuvraj Singh (@YUVSTRONG12) January 18, 2023
युवराज के ट्वीट पर मुस्कुराते हुए गिल ने कहा, "बहुत अच्छा लग रहा है। युवी पाजी एक बड़े भाई की तरह मेरे मेंटॉर रहे हैं। उनके साथ लॉकडाउन में और उसके बाद भी बैटिंग के ऊपर काफ़ी काम किया है। वह मुझे (बातें) बताते रहते हैं। और जब से मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया है तब से मेरे पिता मेरे प्रमुख कोच रहे हैं। उन्हें गर्व महसूस कराना एक स्पेशल फ़ीलिंग है।"
अफ़्ज़ल जिवानी (@ jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं | @jiwani_afzal