भारतीय महिला टीम के नवनियुक्त प्रमुख कोच
अमोल मज़ूमदार ने अपने पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस में फ़ील्डिंग और फ़िटनेस पर ज़ोर देते हुए कहा है कि वह इससे कोई समझौता नहीं करेंगे।
इंग्लैंड के ख़िलाफ़
पहले टी20आई से पहले मज़ूमदार ने कहा, "फ़ील्डिंग और फ़िटनेस हमारी प्राथमिकता में है और हम इससे कोई समझौता नहीं करेंगे। हमने जो अभी कैंप किया, उसमें इन्हीं दो पक्षों पर ही ज़ोर था। हम इसको अगले स्तर तक पहुंचाना चाहते हैं। इसके अलावा हम नई पीढ़ी को बराबर मौक़े देना चाहते हैं।"
घरेलू सीज़न शुरु हो रहा है और टी20 सीरीज़ के बाद भारत को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच खेलने हैं। भारत ने इसके लिए तैयारियां मध्य नवंबर से ही शुरू कर दी थी। इसमें चार दिन का अभ्यास और उसके बाद एनसीए बेंगलुरू में तीन दिन का एक कैम्प शामिल था। इसके बाद टीम मुंबई पहुंची है।
मज़ूमदार ने कहा, "हमने हमारे लक्ष्य तय कर लिए हैं। इस सीरीज़ से पहले एनसीए बेंगलुरू में कैंप के दौरान हमने खिलाड़ियों के फ़िटनेस टेस्ट किए थे। हमारे पैरामीटर भी तय हैं और हम उनको कठोरता से फ़ॉलो कर रहे हैं। इस सीज़न के दौरान दो और फ़िटनेस टेस्ट होंगे।"
मज़ूमदार ने कहा कि हमारे बल्लेबाज़ों को और अधिक खुलकर खेलना होगा। 2023 में टी20 मैचों के दौरान भारत ने दो ही बार अर्धशतकीय ओपनिंग साझेदारी की है। इस दौरान सलामी बल्लेबाज़
शेफ़ाली वर्मा का औसत 20.45 और स्ट्राइक रेट 112.50 का रहा है, जो कि उनके करियर स्ट्राइक रेट 130.58 से बहुत कम है।
उन्होंने कहा, "शेफ़ाली और जेमिमाह रॉड्रिग्स हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। मैं चाहूंगा कि दोनों वह काम करती रहें, जिनके लिए वे जानी जाती हैं। हमें खुलकर खेलना होगा। मैं हमेशा से ऐसी क्रिकेट की वकालत करता रहा हूं। हमें ऐसा ही ब्रांड ऑफ़ क्रिकेट खेलना है।"
यह भारत का वानखेड़े स्टेडियम में पहला और इंग्लैंड का दूसरा टी20आई होगा। मज़ूमदार ने मुंबई में ही जीवन भर क्रिकेट खेला है और अब वह यह यहां एक नई भूमिका में उतर रहे हैं। इसको लेकर वह थोड़ा सा भावुक भी दिखे।
उन्होंने कहा, "मैं अपने घरेलू मैदान पर एक नई भूमिका की शुरुआत कर रहा हूं। मैंने बचपन से लेकर अब तक का क्रिकेट वानखेड़े में ही खेला है, इसलिए यहां से शुरुआत करना सुखद है। हम यहां की परिस्थितियों से परिचित हैं, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय मैचों की अपनी अलग ही चुनौतियां होती हैं।"
भारत ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 27 टी20 सीरीज़ में सिर्फ़ सात सीरीज़ ही जीते हैं। हालांकि मज़ूमदार इन आंकड़ों को दरकिनार करते हैं। उन्होंने कहा, "हमने निर्णय लिया है कि हम आंकड़ों पर ध्यान नहीं देंगे। हम एक नई शुरुआत करना चाहते हैं, जिसमें हमारे पीछे क्या हुआ, उसके बारे में हमें नहीं सोचना है। हां इतिहास महत्वपूर्ण है, लेकिन उससे अधिक महत्वपूर्ण है कि हम नए घरेलू सीज़न में आगे की ओर देखें।"
भारत में अंतर्राष्ट्रीय महिला सीरीज़ के दौरान पहली बार डीआरएस का प्रयोग
भारत में अंतर्राष्ट्रीय महिला सीरीज़ के दौरान पहली बार डीआरएस का प्रयोग होगा। टी20 मैचों में सभी टीमों के पास दो जबकि टेस्ट मैच के दौरान प्रत्येक पारी में तीन रिव्यू होगा। मज़ूमदार ने कहा कि उन्होंने इसके लिए भी रणनीति तैयार की है।
उन्होंने कहा, "हमने टीम मीटिंग में इस पर भी चर्चा की है। डीआरएस किसी मैच में गेम-चेंजर भी साबित हो सकता है इसलिए हमारे पास एक डीआरएस कमेटी है, जो इस संबंध में रणनीति तैयार कर रही है।"