IPL 2025 के समापन के साथ ही ESPNcricinfo ने टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम का चयन किया है। आइए डालते हैं इस पर एक नज़र।
पारी 15 | रन 759 | स्ट्राइक रेट 156.17 | औसत 54.21 | 1x100/6x50
साई सुदर्शन रन बनाने के मामले में सबसे आगे रहे और उनके सबसे क़रीब सिर्फ़ सूर्यकुमार यादव पहुंचे, जो उनसे 50 रन पीछे थे। उन्होंने 15 में से 12 पारियों में 30 या उससे अधिक रन बनाए, जिनमें से सात बार अर्धशतक शामिल था। उनका स्ट्राइक रेट (156.17) अब तक के उनके IPL सफ़र का सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट रहा, जो 2023 के 141.40 से कहीं अधिक था।
पारी 15 | रन 657 | स्ट्राइक रेट 144.71 | औसत 54.75 | 8x50
इस सीज़न विराट कोहली को आख़िरकार IPL ट्रॉफ़ी मिल ही गई। यह उनके लिए लगातार तीसरा सीज़न था, जहां उन्होंने 600 से अधिक रन बनाए। उनके आठ अर्धशतक RCB की जीत में आए, जबकि किसी अन्य बल्लेबाज़ के केवल चार अर्धशतक ही जीत में आए थे। RCB की 11 जीतों में कोहली ने 584 रन बनाए, जबकि कोई और बल्लेबाज़ 450 रन भी नहीं बना सका।
पारी 13 | रन 538 | स्ट्राइक रेट 163.03 | औसत 59.77 | 5x50
जॉस बटलर ने नंबर तीन की भूमिका में गुजरात टाइटंस (GT) के लिए शानदार खेल दिखाया। यह उनका अब तक का सबसे बेहतरीन स्ट्राइक रेट वाला IPL सीज़न रहा। उन्होंने चार अर्धशतक 170 से ऊपर के स्ट्राइक रेट से बनाए, जिसमें दिल्ली कैपिटल्स (DC) के ख़िलाफ़ 54 गेंदों में नाबाद 97 रन की पारी शामिल है।
पारी 16 | रन 717 | स्ट्राइक रेट 167.91 | औसत 65.18 | 5x50
T20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में ख़राब दौर के बाद सूर्यकुमार यादव ने ज़बरदस्त वापसी की। उन्होंने हर एक पारी में कम से कम 25 रन बनाए, जो पुरुषों के T20 टूर्नामेंट में विश्व रिकॉर्ड है। मुंबई इंडियंस (MI) के लिए वह पूरी बल्लेबाज़ी को संभालते दिखे। वह इस सीज़न के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी भी रहे।
पारी 17 | रन 604 | स्ट्राइक रेट 175.07 | औसत 50.33 | 6x50
श्रेयस अय्यर ने पंजाब किंग्स (PBKS) की क़िस्मत ही बदल दी। बतौर बल्लेबाज़ उन्होंने दो बेहतरीन पारियां खेलीं- सीज़न की शुरुआत में GT के ख़िलाफ़ 97* (42) और सीज़न के अंत में MI के ख़िलाफ़ 87* (41), जिसने पंजाब को फ़ाइनल में पहुंचाया।
मैच 15 | रन 224 | स्ट्राइक रेट 163.50 | विकेट 14 | इकॉनमी 9.77
यह सीज़न ऑलराउंडर्स के लिए ख़ास नहीं रहा, लेकिन हार्दिक ने बुमराह की अनुपस्थिति में शुरुआती मैचों में गेंदबाज़ी की जिम्मेदारी निभाई और पहले चार मैचों में 10 विकेट लिए। उन्होंने फिनिशर की भूमिका में कुछ तेज़ पारियाँ भी खेलीं, जिसमें RCB के ख़िलाफ़ 42 (15), RR के ख़िलाफ़ 48* (23) और GT के ख़िलाफ़ 22* (9) रनों की पारी शामिल है।
मैच 15 | रन 261 | स्ट्राइक रेट 176.35 | कैच/स्टंपिंग 19/1
जितेश शर्मा ने जब भी रन बनाए, धुआंधार अंदाज़ में बनाए। उनकी 40* (19) रनों की पारी ने MI के ख़िलाफ़ RCB को दस साल में पहली जीत दिलाई। लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के ख़िलाफ़ 85* (33) और PBKS के ख़िलाफ़ फाइनल में 10 गेंदों में 24 रन भी निर्णायक रहे। विकेट के पीछे भी वह सबसे ज़्यादा सफल रहे।
मैच 15 | विकेट 17 | इकॉनमी 8.23 | रन 109 | स्ट्राइक रेट 126.74
क्रुणाल पंड्या ने सीज़न की शुरुआत KKR के ख़िलाफ़ 3/29 के आंकड़े के साथ की और फ़ाइनल में उन्होंने PBKS के ख़िलाफ़ 2/17 के आंकड़े दर्ज किए। दोनों मौक़ों पर उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया। उन्होंने MI के ख़िलाफ़ 4/45 का आंकड़ा भी दर्ज किया। बल्ले से उन्होंने DC के ख़िलाफ़ नाबाद 73* रन की मैच जिताऊ पारी खेली।
पारी 14 | विकेट 24 | इकॉनमी 8.2 | औसत 17.0
नूर अहमद प्लेऑफ़ तक नहीं पहुंची टीम के इकलौते खिलाड़ी हैं, जिन्होंने इस टीम में जगह बनाई है। वह बाक़ी स्पिनरों से काफी आगे रहें और सिर्फ़ एक विकेट से पर्पल कैप से चूक गए। उन्होंने छह बार पारी में दो या उससे ज़्यादा विकेट लिए और सबसे नियमित रूप से विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में रहें।
पारी 12 | विकेट 18 | इकॉनमी 6.67 | औसत 17.55
बुमराह का इकॉनमी रेट 5+ ओवर वाले गेंदबाज़ों में सबसे कम रहा। डेथ ओवर्स में उनका इकॉनमी 7.5 रहा, जबकि किसी अन्य गेंदबाज़ का 8.8 से कम नहीं था। सात बार उन्होंने छह से कम रन प्रति ओवर दिए। वह मुंबई के लिए गेम चेंजर रहे। यदि वह पूरे सीज़न खेलते तो पर्पल कैप से दूर नहीं रहते।
पारी 15 | विकेट 25 | इकॉनमी 8.27 | औसत 19.52
तीन साल बाद IPL में लौटे प्रसिद्ध कृष्णा ने पर्पल कैप जीता। उन्होंने नौ बार दो या उससे ज़्यादा विकेट लिए और आठ बार सात से कम की इकॉनमी से गेंदबाज़ी की। मिडिल ओवर्स में उन्होंने 11 विकेट लिए, जो किसी तेज़ गेंदबाज़ के लिए सबसे ज़्यादा थे। उनका फॉल्स शॉट प्रतिशत 41% रहा।
पारी 12 | विकेट 22 | इकॉनमी 8.77 | औसत 17.54
हेज़लवुड ने RCB के गेंदबाज़ी आक्रमण की अगुवाई की। उन्होंने पावरप्ले (7.27 इकॉनमी), मिडल ओवर्स (हर 10 गेंद पर विकेट) और डेथ ओवर्स में प्रभाव डाला। उन्होंने क्वालिफ़ायर-1 में 3/21 के आंकड़े दर्ज किए, जबकि वह एक महीने में कोई पहला मैच खेल रहे थे।
यश झा ESPNcricinfo में कॉन्टेंट प्रोड्यूसर और एंकर हैं