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सिद्धार्थ मोंगा : मैक्सवेल की रिवर्स-हैंड बल्लेबाज़ी कारगर साबित हो रही है

एक तरफ़ की छोटी बाउंड्री का फ़ायदा उठाते हुए उन्होंने रिवर्स और स्विच हिट शॉट्स से अपने आधे रन बटोरे

उस रात जब दोनों पारियां स्पिन के ख़िलाफ़ पलट गईं, मैच का फ़ैसला स्पिनरों के विरुद्ध रन बनाने की क्षमता से तय होने वाला था। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने आठ ओवरों में स्पिन का सामने करते हुए एक विकेट के नुक्सान पर 60 रन बनाए। वहीं दूसरी तरफ़ मुंबई इंडियंस (एमआई) ने स्पिन के ख़िलाफ़ आठ ओवरों में केवल 34 रन बनाए और पांच विकेट भी गंवाए। देखा जाए तो उस पिच पर ज़्यादा घुमाव नहीं था और खिलाड़ियों ने भी इस बात की पुष्टि की। लेकिन स्पिनरों और धीमी गति की गेंद पर अधिक निर्भर रहने वाले हर्षल पटेल ने क़ामयाबी हासिल की।
स्पिन को खेलने के लिए दोनों टीमों का दृष्टिकोण दिलचस्प था और अंततः निर्णायक साबित हुआ। ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को आंकड़ों के मुताबिक़, रॉयल चैलेंजर्स ने स्पिन के ख़िलाफ़ महज़ सात गेंदों पर आक्रामक शॉट खेला। आक्रामक बल्लेबाज़ी कर रहे विराट कोहली का स्ट्राइक रेट स्पिन के ख़िलाफ़ 100 से भी नीचे चला गया। उस समय ऐसा लग रहा था कि कोहली मुंबई को मैच में वापसी करने का मौक़ा दे रहे थे।
जवाब में मुंबई ने हमेशा की तरह अपना आक्रामक रूप धारण किया। स्पिनरों के सामने 48 में से 20 गेंदों पर उन्होंने आक्रमण किया। ज़्यादातर मौक़ों पर टी20 क्रिकेट में बल्लेबाज़ी करने का यही सही तरीक़ा होता है। और तो और मुंबई को पावरप्ले में एक बढ़िया शुरुआत भी मिल चुकी थी। रविवार को भी यह सही तरीक़ा लग रहा था। हालांकि, रॉयल चैलेंजर्स कह सकते हैं कि उन्होंने परिस्थितियों को बेहतर ढंग से पढ़ा : पहले एक सम्मानजनक स्कोर खड़ा करना और अपने धीमी गति के गेंदबाज़ों से पिच का पूरा फ़ायदा उठाना।
केवल एक चीज़ इस सोच के विपरित जाती है और वो है रविवार को ग्लेन मैक्सवेल के खेलने का अंदाज़। उनकी अद्भुत पारी के दम पर आरसीबी 165 रनों का स्कोर खड़ा कर पाई। स्पिन के ख़िलाफ़ सबसे बढ़िया बल्लेबाज़ी करते हुए भी मैक्सवेल ने स्पिनरों के ख़िलाफ़ केवल तीन आक्रामक शॉट्स खेले और वह तीनों स्विच हिट थे। दो बार तो उन्होंने गेंद को सीमा रेखा के बाहर दे मारा। हालांकि टीम में उनके साथी हर्षल पटेल ने उन्हें नेट्स में कभी रिवर्स शॉट्स लगाते हुए नहीं देखा हैं।
हर्षल ने पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा, "मैंने उन्हें ट्रेनिंग के दौरान ऐसे शॉट्स खेलते हुए नहीं देखा। वह वर्तमान में सबसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ों में से एक हैं। मैच में कभी भी वह ऐसे शॉट लगा सकते हैं। वह और एबी (डीविलियर्स) ऐसे खिलाड़ी हैं जो अभ्यास किए बिना, दबाव में भी ऐसे रचनात्मक शॉट खेल सकते हैं।"
मैक्सवेल मे तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ भी रिवर्स शॉट्स खेलना जारी रखते हुए ऐडम मिल्न को थर्ड मैन क्षेत्र में दो चौके और एक छक्का लगाया। कुल मिलाकर उन्होंने 56 में से 28 रन रिवर्स या स्विच हिट शॉट से बनाए। इस शॉट को खेलने के पीछे एक बड़ा कारण एक तरफ़ की छोटी बाउंड्री थी। और तो और सतह के धीमे होने से उन्हें यह शॉट खेलने में बहुत आसानी हुई।
मैक्सवेल ने स्टार स्पोर्ट्स को बताया, "मैंने काफ़ी समय से इस पर काम किया है और अब यह मेरी ताक़त बन चुकी हैं। एक तरफ़ बाउंड्री छोटी होने से मैं उसी दिशा में शॉट खेलने की कोशिश कर रहा था।"
भले ही मैक्सवेल ने टीम के साथ रहते हुए इन शॉट्स का अभ्यास ना किया हो, पूरे आत्मविश्वास के साथ मैच में इनका इस्तेमाल करने के लिए बहुत मेहनत लगती हैं। किसी और दिन इस जोखिम भरे शॉट पर वह अपनी विकेट गंवा सकते थे और हम स्पिन के ख़िलाफ़ रॉयल चैलेंजर्स की धीमी बल्लेबाज़ी की बात कर रहे होते। लेकिन आज नहीं क्योंकि मैक्सवेल ने सटीकता के साथ यह कठिन शॉट्स लगाए। साथ ही उन्होंने टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया जहां से स्पिनरों को मुंबई पर दबाव बनाने का मौक़ा मिला।

सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।