विराट कोहली का टेस्ट कप्तान के रूप में इस्तीफ़ा देना पूरे विश्व क्रिकेट को चौंका गया।
रिकी पोंटिंग भी अछूते नहीं रहे। उन्होंने आईपीएल 2021 के दौरान कोहली से बातचीत का हवाला दिया और कहा कि वह सफ़ेद गेंद की कप्तानी तो छोड़ना चाहते थे लेकिन टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी को अब भी जारी रखना चाहते थे।
आईसीसी के एक कार्यक्रम के दौरान ईशा गुहा से बात करते हुए उन्होंने कहा, "हां, मेरे लिए यह आश्चर्य की तरह था। पिछले आईपीएल के पहले चरण के दौरान मेरी विराट से बात हुई थी और उन्होंने सफ़ेद गेंद के क्रिकेट की कप्तानी से दूरी बढ़ाने का इरादा जताया था। हालांकि वह अभी भी लाल गेंद की कप्तानी करना चाहते थे। वह टेस्ट की कप्तानी का मजा उठा रहे थे और उनके नेतृत्व में भारतीय टीम अच्छा भी कर रही थी। इसलिए जब मैं यह सुना, तो एक़दम आश्चर्य से भर गया।"
कोहली ने भारत के सबसे सफल कप्तान के रूप में 68 मैचों में कप्तानी की और 40 में जीत दर्ज की। उनके कार्यकाल में टीम अधिकतर समय नंबर वन रही।
पोंटिंग ने कहा, "मैंने स्टीव वॉ से कप्तानी ली थी, जो पहले से ही जीतते आ रही थी। वहीं कोहली को जो टीम मिली थी, वह तो भारत में जीत रही थी लेकिन बाहर अधिकतर मैच हार रही थी। लेकिन कोहली की कप्तानी में भारत ने विदेश में बहुत से मैच जीते और भारत को इस पर गर्व करना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि विराट के कार्यकाल के दौरान भारतीय बोर्ड ने टेस्ट क्रिकेट पर बहुत ध्यान दिया, जो कि कोहली का ही प्रभाव था।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, "उनकी कप्तानी के दौरान भारतीय टीम ने बहुत ही कठिन प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेला। वह भारतीय क्रिकेट की निर्भीकता को वहां तक ले गए, जहां तक सोचना किसी के लिए भी बहुत मुश्किल था। पिछले चार या पांच साल में भारत का गेंदबाज़ी आक्रमण संभवतः दुनिया में नंबर एक है। यह सब भी विराट की कप्तानी में ही संभव हो पाया है।"
सौरभ सोमानी ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर है, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के दया सागर ने किया है