दिल्ली कैपिटल्स 211/9 (आशुतोष 66*, निगम 39, स्टब्स 34, राठी 2/31, सिद्धार्थ 2/39, बिश्नोई 2/53) ने लखनऊ सुपर जायंट्स 209/8 (पूरन 75, मार्श 72, स्टार्क 3/42, कुलदीप 2/20) को एक विकेट से हराया
विशाखापत्तनम की बल्लेबाज़ी के अनुकूल पिच पर LSG ने 210 रन बनाए थे।
मिचेल मार्श की 72 रनों की पारी और
निकोलस पूरन के 75 रन ने टीम को एक बड़े स्कोर की ओर बढ़ा दिया था। LSG की टीम ने 13 ओवर में दो विकेट के नुक़सान पर 161 रन बना लिए थे। हालांकि, इसके बाद DC की टीम ने वापसी की और अगले सात ओवरों में सिर्फ़ 49 रन देकर छह विकेट झटके।
LSG की टीम को बल्लेबाज़ी में कप्तान ऋषभ पंत से काफ़ी उम्मीद थी, लेकिन वह छह गेंदों में बिना कोई रन बनाए कुलदीप यादव का शिकार बन गए।
13वें ओवर के बाद कुलदीप यादव और मिचेल स्टार्क ने दो-दो ओवर फेंके। कुलदीप ने सिर्फ़ तीन रन देकर तीन विकेट झटके, जबकि स्टार्क ने 14 रन देकर एक विकेट हासिल किया। यह DC की वापसी का पहला लेकिन अहम प्रयास था। इसी वजह से पूरन और मार्श के बीच 44 गेंदों में हुई 87 रनों की साझेदारी का प्रभाव काफ़ी हद तक कम हो गया। अगर ऐसा न हुआ होता तो LSG आराम से 240 के स्कोर के आस-पास पहुंच सकती थी।
इसके बाद दिल्ली की दूसरी वापसी आशुतोष, विपराज और स्टब्स ने कराई। एक समय दिल्ली की टीम 65 रन पर पांच विकेट गंवा चुकी थी। फिर इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर आए आशुतोष ने स्टब्स के साथ 48 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी में स्टब्स ने ज़्यादातर शॉट खेले, जबकि आशुतोष संयम के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ा रहे थे। वह तब 16 गेंदों में 16 रन बनाकर खेल रहे थे।
इसके बाद 113 के स्कोर पर दिल्ली को छठा झटका लगा। अब एक ऐसे खिलाड़ी ने 15 गेंदों में 39 रन की विस्फोटक पारी खेली, जिन्हें बहुत कम लोग जानते होंगे। घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले इस खिलाड़ी ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में
आंध्र के ख़िलाफ़ भी इसी तरह की पारी खेली थी। इस मैच में उन्होंने आशुतोष के साथ 55 रनों की साझेदारी की। इस दौरान आशुतोष अब भी संयमित बल्लेबाज़ी कर रहे थे। जब विप्रज आउट हुए, तब तक उन्होंने 23 गेंदों में सिर्फ़ 31 रन बनाए थे। इस समय दिल्ली को 24 गेंदों में 42 रनों की दरकार थी।
इसके बाद आशुतोष ने अगली आठ गेंदों में 29 रन बनाए और DC को शानदार जीत दिलाई। उनके लिए ऐसी पारी खेलना कोई नई बात नहीं है। पिछले सीज़न भी उन्होंने पंजाब किंग्स के लिए ऐसी कई पारियां खेली थीं।
इस जीत से DC की टीम का आत्मविश्वास काफ़ी बढ़ेगा। वहीं, LSG की टीम अपने अगले मैच में तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण में बदलाव करने पर विचार कर सकती है। इस मैच में उनके तेज़ गेंदबाज़ (शार्दुल ठाकुर और प्रिंस यादव) ने छह ओवरों में लगभग 11 की इकॉनमी से रन दिए, जो उनकी हार की एक बड़ी वजह रही। हालांकि उनके पास विकल्प काफ़ी कम हैं, जिसका सबसे बड़ा कारण यह है कि मयंक यादव, मोहसिन ख़ान और आकाशदीप पहले से चोटिल चल रहे हैं।