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रेटिंग्स: डेब्यू मैच में शिवम मावी का परफ़ेक्ट टेन

हुड्डा, उमरान और अक्षर के लिए भी यादगार रहा मैच

Shivam Mavi took two wickets in his opening spell, India vs Sri Lanka, 1st T20I, Mumbai, Wankhede Stadium, January 3, 2023

विकेट लेने के बाद ख़ुशी मनाते शिव मावी  •  BCCI

नया साल और नई टीम इंडिया। हार्दिक पंड्या की इस युवा टीम इंडिया ने पहले टी20 में श्रीलंका को रोमांचक मैच में दो रन से हराकर साल की जीत के साथ शुरुआत की। इस मैच के हीरो युवा तेज़ गेंदबाज़ शिवम मावी रहे, जिन्होंने हर ओवर में विकेट लेकर चार विकेटों के साथ अपने अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण को यादगार बना दिया।
बल्लेबाज़ी में दीपक हुड्डा कमाल के रहे, उन्होंने 23 गेंदों में चार छक्कों के साथ 41 रन बनाकर भारत को 162 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। वहीं उसके बाद भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने इस लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव किया। अंत में अक्षर पटेल को गेंद थमाकर हार्दिक ने मैच को रोमांचक बनाने की पूरी कोशिश की। मैच रोमांचक बना भी लेकिन अंत में दो रन से भारत के नाम रहा।

क्या सही, क्या ग़लत?

अगर सही की बात की जाए तो भारतीय युवा तेज़ गेंदबाज़ी एक अलग अंदाज़ में दिखी। कप्तान हार्दिक ने ख़ुद ज़िम्मेदारी लेते हुए नई गेंद के साथ सटीक गेंदबाज़ी की तो वहीं अन्य तीन गेंदबाज़ों ने आपस में विकेट बांटे। वहीं अगर ग़लत देखा जाए तो बल्लेबाज़ों ने ग़ैर-ज़िम्मेदाराना शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए और एक समय 100 के भीतर ही भारत की आधी टीम पवेलियन में थी। वह तो भला हो हड्डा और अक्षर की जोड़ी का, जिन्होंने भारत को 160 के पार पहुंचाया।
घरेलू धरती पर मैच था और स्पिनरों को एक भी विकेट नहीं मिली और वे काफ़ी महंगे भी साबित हुए। आगे आने वाले मैचों में भारत को इस पर भी ध्यान देना होगा।

प्लेयर रेटिंग्स (1 से 10, 10 सर्वाधिक)

इशान किशन, 8.5: वनडे में दोहरा शतक बनाकर आ रहे इशान किशन ने सकारात्मक शुरूआत की थी, लेकिन जब दूसरे छोर से विकेट गिरने लगे तो उन्हें अपना गियर बदलकर धीमा खेलना पड़ा। अंत में जब उन्होंने फिर से गियर बदलने की कोशिश की तो वह आउट हो गए। एक अच्छी शुरुआत को वह बड़ी पारी में नहीं बदल सके, इसका उनको ज़रूर मलाल रहेगा।
शुभमन गिल, 6: 2022 में वनडे और फिर टेस्ट मैचों में प्रभावित करने के बाद शुभमन गिल के लिए यह नए साल में नया फ़ॉर्मेट था। हालांकि वह अपने टी20 अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू पर प्रभावित नहीं कर पाए। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में अपने करियर की शुरुआत एक ख़ूबसूरत बाउंड्री के साथ की थी, लेकिन फिर इसे वह आगे नहीं बढ़ा सके और महीश थीक्षणा की अंदर आती एक छोटी और नीची गेंद को पुल करने के चक्कर में विकेट के सामने पकड़े गए।
सूर्यकुमार यादव, 5: 2022 का साल सूर्यकुमार यादव के लिए बेहतरीन था और मैच से पहले टीवी साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि वह इस साल को पिछले साल की तरह कॉपी-पेस्ट करना चाहते हैं। लेकिन साल के पहले मैच में ऐसा संभव हो नहीं सका और धीमी शुरुआत के बाद वह अपना फ़ेवरिट स्कूप शॉट खेलने के चक्कर में शॉर्ट फ़ाइन लेग पर कैच दे बैठे।
संजू सैमसन, 4: रणजी ट्रॉफ़ी से अच्छे फ़ॉर्म से आ रहे संजू सैमसन से सभी को एक अच्छी पारी की उम्मीद थी। उम्मीद यह भी थी कि वह दो विकेट खोकर संघर्ष कर रही टीम इंडिया को वापसी कराएंगे। लेकिन वह आज ख़ुद ही संघर्ष करते नज़र आए। उन्हें एक जीवनदान भी मिला था लेकिन वह इसका फ़ायदा नहीं उठा पाए और दो गेंद बाद ही स्पिन के विरूद्ध स्वीप करने के चक्कर में शॉर्ट थर्डमैन पर कैच थमा बैठे। फ़ील्डिंग में उन्होंने एक कैच भी छोड़ा, लेकिन बाद में उन्होंने दो कैच लपककर इसकी भरपाई करने की भी कोशिश की।
हार्दिक पंड्या, 9: हार्दिक पंड्या इस मैच में कप्तान के रूप में उतरे थे और उन्होंने ज़िम्मेदारी लेते इस भूमिका को निभाया। एक समय जब लगातार विकेट गिर रहे थे तो उन्होंने इशान के साथ पारी को संभाला और ख़राब गेंद मिलने पर कुछ बेहतरीन शॉट भी लगाए। फिर जब गेंदबाज़ी की बारी आई तो उन्होंने ख़ुद नई गेंद संभालते हुए पावरप्ले में तीन ओवर किए और सिर्फ़ चार के रन रेट से रन देते हुए बेहद किफ़ायती गेंदबाज़ी की। उनके द्वारा बनाए गए दबाव की वजह से ही शिवम मावी दूसरे छोर से विकेटें लेने में क़ामयाब रहे। उन्होंने कई अच्छे गेंदबाज़ी परिवर्तन भी किए। अंतिम ओवर में जब श्रीलंका को 13 रन चाहिए थे तो उन्होंने महंगे साबित हुए अक्षर पटेल को गेंदबाज़ी देकर सबको हैरान कर दिया। लेकिन उनका यह जुआ भी काम कर गया। कहते हैं ना भाग्य भी बहादुर का साथ देता है।
दीपक हुड्डा, 9.5: दीपक हुड्डा के लिए भी साल 2022 बेहतरीन गया था, लेकिन साल के अंत में वह अपना टच खोते हुए दिखे थे। 2023 में उन्होंने फिर से एक नई शुरूआत की है। रणजी ट्रॉफ़ी की तीन पारियों में दो शतक और एक 90+ का स्कोर लगाकर आ रहे हुड्डा ने उस फ़ॉर्म को अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भी बरक़रार रखा और सिर्फ़ 23 गेंदों में एक चौके और चार गगनचुंबी छक्कों की मदद से नाबाद 41 रन बनाकर भारत को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। दो रन आउट में भी उनका योगदान रहा।
अक्षर पटेल, 8.5: जब हार्दिक पंड्या आउट हुए तब 14 ओवर समाप्त हो चुके थे और भारत का स्कोर 100 रन भी नहीं था। लेकिन इसके बाद अक्षर ने हुड्डा के साथ ज़िम्मेदारी संभाली और 150 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। हालांकि गेंदबाज़ी में पहले दो ओवरों में वह महंगे साबित हुए थे और कप्तान हार्दिक ने उन पर जुआ खेलते हुए आख़िरी ओवर दिया था। अक्षर कप्तान के भरोसे पर ख़रे उतरे और अंतिम ओवर में 13 रन का बचाव कर अपनी टीम को जीत दिला दी। बल्लेबाज़ी में साझेदारी करने वाले अक्षर-हुड्डा की जोड़ी ने फ़िल्डिंग में भी साझेदारी निभाया और एक रन आउट भी अपने नाम किया।
हर्षल पटेल, 7: हर्षल पटेल गेंदबाज़ी में महंगे साबित हुए लेकिन उन्हें दो विकेट भी मिले। पहली विकेट उन्हें एक ख़राब गेंद पर मिली, लेकिन दूसरे विकेट के लिए उन्होंने अपने हथियार स्लोअर गेंद का प्रयोग किया। इसका उन्हें फ़ायदा भी मिला और दो महत्वपूर्ण विकेट मैच के अंत में उनके नाम थे।
युज़वेंद्र चहल, 5: पावरप्ले में अपना पहला ओवर करने आए युज़वेंद्र चहल को अपना दूसरा ओवर फेंकने के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ा, जिसमें उनको ज़मकर मार भी मिली। दो ओवर में 26 रन देने के कारण यह मैच उनके लिए भूला देने वाला रहेगा।
उमरान मलिक, 9: रफ़्तार के सौदागर उमरान मलिक ना सिर्फ़ अपने रफ़्तार बल्कि लाइन-लेंथ से भी लगातार प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने आज लगातार 145 की स्पीड से गेंदबाज़ी की और बल्लेबाज़ों को बैकफ़ुट पर धकेलकर, डरा-धमकाकर दो विकेट लिए।
शिवम मावी, 10: प्लेयर ऑफ़ द मैच भले ही हुड्डा को मिला लेकिन असल मायने में शिवम मावी इस मैच के हीरो रहे। अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल रहे मावी ने अपनी स्विंग होती गेंदों से सबको प्रभावित किया और हर ओवर में विकेट लिए। जिस तरह से उन्होंने अंदर आती गेंद पर पथुम निसंका को बोल्ड किया, वह किसी भी गेंदबाज़ के लिए ड्रीम गेंद होती है। इनस्विंग के बाद उन्होंने बाहर निकलती गेंद पर भी विकेट लिए और फिर डेथ ओवर्स में धीमी गेंदों पर विकेट लेकर उन्होंने साबित किया कि वह हर परिस्थितियों के लिए तैयार हैं।

दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं @dayasagar95