एक समय जब लखनऊ सुपर जायंट्स ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के ख़िलाफ़ पहले बल्लेबाज़ी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 181 रन का स्कोर खड़ा किया था, तो बेंगलुरू की पिच और इतिहास को देखते हुए यह नाकाफ़ी लग रहा था, लेकिन मयंक यादव की अगुवाई में लखनऊ के गेंदबाज़ों ने बेंगलुरू की टीम को सिर्फ़ 153 पर रोक दिया और उन्हें 28 रन की जीत हासिल हुई।
जीत के मुख्य नायक?
निश्चित रूप से इस जीत के मुख्य नायक मयंक रहे, जिन्होंने लगातार दूसरे मैच में अपनी रफ़्तार से विपक्षी बल्लेबाज़ों को सकते में डाला और ग्लेन मैक्सवेल, रजत पाटीदार और क्रिस ग्रीन के रूप में तीन अंतर्राष्ट्रीय और महत्वपूर्ण विकेट हासिल किया। उन्होंने अपने चार ओवरों के स्पेल में सिर्फ़ 14 रन देकर तीन विकेट लिए और पिछले मैच के 155.8 किमी/घंटे के रिकॉर्ड को सुधारते हुए 156.7 किमी/घंटे की रफ़्तार से गेंदबाज़ी की, जो कि इस IPL में अब सबसे तेज़ गेंद है। उनके इस प्रदर्शन की वजह से लगातार दूसरे मैच में उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच मिला और ऐसा करने वाले वह IPL इतिहास के पहले खिलाड़ी बने।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी लखनऊ की टीम को एक अच्छी शुरुआत की ज़रूरत थी, जिसे क्विंटन डिकॉक और केएल राहुल ने दिया। दोनों ने पहले 5.3 ओवर में 53 रन जोड़े। डिकॉक ने 56 गेंदों में 8 चौके और 5 छक्कों की मदद से 81 रन की पारी खेली, हालांकि अंतिम ओवरों में वह तेज़ गति से रन नहीं बना सके। बाद में निकोलस पूरन ने 21 गेंदों में एक चौके और 5 छक्कों की मदद से 40 रन बनाए। हालांकि फिर भी उनकी टीम 200 तक नहीं पहुंच सकी, लेकिन फिर भी बाद में यह स्कोर बड़ा ही साबित हुआ। गेंदबाज़ी में नवीन उल हक़ ने डेथ ओवरों में शानदार गेंदबाज़ी की और सिर्फ़ 25 रन देकर दो विकेट लिए।
इस मैच के मायने?
लखनऊ के अब तीन मैचों में दो जीत और चार अंक हो गए हैं और वे अब अंक तालिका के शीर्ष चार में शुमार हैं। वहीं बेंगलुरू चार मैचों में सिर्फ़ एक जीत और दो अंकों के साथ अब अंत तालिका में नीचे से दूसरे स्थान पर पहुंच गया है।