जब मई में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर कोविड-19 की वजह से विराम लगा था, उससे पहले कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) भी कोविड की मार झेल रहा था, उन्हें डर था लगातार विकेट गिरने का, विपक्षी गेंदबाज़ उन्हें पावरप्ले में ख़ूब परेशान कर रहे थे, ऐसी विकेट पर वे तब खेल रहे थे जो उनकी ताक़त के विपरित थी। उनका रवैया बिल्कुल वैसा नहीं था जैसा कि इस टीम के कोच ब्रेंडन मक्कलम चाहते थे।
दूसरे चरण में चीज़ें बदलीं लेकिन अब उनके सामने क़रीब-क़रीब हर मैच जीतने की चुनौती थी, वह 2014 से ख़ुद को प्रेरित कर रहे थे जब उन्होंने हर मैच को करो या मरो के हिसाब से खेलते हुए पहले सात में से दो जीत के बाद से हर मैच जीतते हुए ख़िताब पर भी क़ब्ज़ा जमाया था। उसके बाद से ये टीम कभी कप जीतने के क़रीब नहीं आ पाई थी, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में पिछले चार हफ़्तों में इस टीम ने एक करिश्माई क्रिकेट खेला है और ख़ुद को ख़िताब से बस एक जीत दूर ले आए हैं।
दूसरी तरफ़ उनकी प्रतिद्वंदी चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) फ़ाइनल में बड़े ही आराम से पहुंची है और कुछ-कुछ वैसे ही जैसे कि उनके लिए ये आम बात हो। हालांकि 2020 में पहली बार प्लेऑफ़ में जगह न बना पाने का मलाल उनको इतना ज़्यादा था कि इस बार चेन्नई सबसे पहले प्लेऑफ़ में पहुंचने वाली टीम बन गई थी। इस टीम को अच्छे से पता है कि बड़े मैचों और दबाव से भरी विपरित परिस्तिथियों में कैसे शांत रहते हुए सफलता हासिल की जाती है।
दीपक चाहर नई गेंद के विशेषज्ञ,
ऋतुराज गायकवाड़ पारी को संभालने वाले, फ़ाफ़ डुप्लेसी पारी को संवारने वाले, रॉबिन उथप्पा आक्रामकता देने वाले, ड्वेन ब्रावो डेथ ओवर विशेषज्ञ, जॉश हेज़लवुड हार्ड लेंथ विशेषज्ञ और
एमएस धोनी? करिश्मा। ऐसा इसलिए क्योंकि चार दिनों पहले आवेश ख़ान के सामने दबाव में बल्लेबाज़ी करने गए धोनी ने पुराने फ़िनिशर की याद ताज़ा करा दी। और अब बड़ी नीलामी से पहले ये उनका आख़िरी मुक़ाबला होगा, इसलिए प्रशंसकों के लिए भी ये भावनाओं के सैलाब जैसा होगा। धोनी के नेतृत्व में शायद ये टीम आख़िरी बार ही मैदान पर उतरेगी, लिहाज़ा उन्हें जीत के साथ विदाई देने से बेहतर कुछ और नहीं हो सकता।
सीएसके का सामना एक ऐसी टीम के ख़िलाफ़ होने जा रहा है जिसे कभी फ़ाइनल में हार नहीं मिली है, ये मुक़ाबला दो विश्वकप विजेता कप्तानों के बीच होने जा रहा है, हालांकि दोनों ही
कप्तानों का बल्ला उनके नाम के अनुरुप नहीं चला है। इस हफ़्ते की शुरुआत में धोनी ने पुराने वाले माही की झलक ज़रूर दिखाई है, क्या अब
ओएन मॉर्गन की बारी है?
कोलकाता के साथ दो बार चैंपियन टीम का हिस्सा रहे शाकिब अल हसन इस मैच के लिए उपलब्ध हैं। उन्हें बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) से इस शर्त के साथ अनुमति मिली है कि आईपीएल फ़ाइनल के तुरंत ही बाद वह ओमान के लिए रवाना हो जाएं। जहां इस मैच के 48 घंटों के बाद ही बांग्लादेश को अपने टी20 विश्वकप के अभियान का आग़ाज़ स्कॉटलैंड के ख़िलाफ़ करना है। केकेआर के लिए इस मैच में अगर कोई बदलाव मुमकिन है तो वह बस शाकिब की जगह आंद्रे रसल हो सकते हैं, जो रसल के पूरी तरह फ़िट होने पर निर्भर है।
चेन्नई के लिए एक बार फिर सुरेश रैना को बाहर ही बैठना पड़ सकता है, क्योंकि पिछले मैच में रॉबिन उथप्पा ने शानदार अर्धशतक लगाते हुए टीम की जीत में अहम योगदान दिया था। पूरी उम्मीद है कि चेन्नई ख़िताबी भिड़ंत में बिना किसी परिवर्तन के साथ उतरे।
कोलकाता नाइट राइडर्स: 1 वेंकटेश अय्यर, 2 शुभमन गिल, 3 नितीश राणा, 4 राहुल त्रिपाठी, 5 ओएन मॉर्गन (कप्तान), 6 दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), 7 शाकिब अल हसन, 8 सुनील नारायण, 9 शिवम मावी, 10 वरुण चक्रवर्ती, 11 लॉकी फ़र्ग्युसन
चेन्नई सुपर किंग्स: 1 ऋतुराज गायकवाड़, 2 फ़ाफ़ डुप्लेसी, 3 मोईन अली, 4 रॉबिन उथप्पा, 5 अंबाती रायुडू, 6 रवींद्र जाडेजा, 7 एमएस धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), 8 ड्वेन ब्रावो, 9 शार्दुल ठाकुर, 10 दीपक चाहर, 11 जॉश हेज़लवुड
चेन्नई की सफलता की कुंजी इस सीज़न उनकी सलामी साझेदारी है, ऋतुराज और डुप्लेसी ने अब तक पहले विकेट के लिए 1150 रन जोड़े हैं। कोलकाता को इस जोड़ी को जल्दी तोड़ने के लिए कोई रास्ता निकालना होगा, इस सीज़न पावरप्ले में डुप्लेसी का स्ट्राइक रेट 137.2 का है। तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ इस स्ट्राइक रेट में और भी इज़ाफ़ा (141.86) हो जाता है। उम्मीद होगी कि मॉर्गन हमेशा की तरह पावरप्ले में ही अपने स्पिन गेंदबाज़ों को आक्रमण पर लगाना चाहेंगे। डुप्लेसी के साथ-साथ गायकवाड़ का फ़ॉर्म भी लाजवाब है, वह यूएई चरण के इकलौते ऐसे बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने 400 से ज़्यादा रन बनाए हैं। हालांकि शॉर्ट गेंदों पर वह थोड़ा असहज नज़र आते हैं, अब तक उनके ख़िलाफ़ सिर्फ़ चार शॉर्ट गेंदें डाली गईं हैं और जिसमें से तीन शॉर्ट गेंदों ने उन्हें पवेलियन की राह दिखाई है। संभावना है कि दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ के ख़िलाफ़ लॉकी फ़र्ग्युसन इस हथियार का इस्तेमाल करेंगे।