रसिख सलाम 18 साल के थे जब वह 2019 में IPL में चुने गए, लेकिन पांच साल बाद वह आख़िरकार चमके।
इस दौरान रसिख को कमर में फ़्रैक्चर हुआ, ख़राब फ़ॉर्म रही, उम्र के फ़र्जीवाड़े की वजह से दो साल का प्रतिबंध लगा जिससे उनका 2020 अंडर-19 विश्व कप खेलने सपना टूटा और प्रशासनिक उथल-पुथल से जूझ रही जम्मू-कश्मीर की क्रिकेट प्रणाली में दोबारा खु़द को जोड़ना थोड़ा कठिन है।
इस स्तर तक आने के लिए उन्होंने अपनी चोटों से उबरने के लिए रिहैब किया, काउंसलिंग सत्र किए, अपने मेंटॉर
इरफ़ान पठान के साथ बातचीत की और मुंबई इंडियंस के साथ अपना सफ़र पूरा किया, जिनके साथ वह प्रतिबंध की वजह से करार तक नहीं कर सके थे।
पिछले सप्ताह इस सीज़न अपने चौथे मैच में रसिख ने तीन विकेट लिए और दिल्ली कैपिटल्स को प्लेऑफ़ की दौड़ में बनाए रखा। संयोग से, वह प्रदर्शन
मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ आया, जिस फ़्रैंचाइज़ी ने इतने साल पहले उन्हें संवारा था।
रसिख ने ESPNcricinfo से कहा, "यह एक तरह से मेरे लिए पुनर्आविष्कार है। जिस रसिख को आपने चार साल पहले देखा था और आज जो रसिख आप देख रहे हैं उसमें अंतर है। मैं परिस्थितियों को अब अच्छे से समझता हूं। मुझे अब दुनिया की समझ है। तब मैं बहुत सी चीज़ नहीं समझता था।"
रसिख का यह स्वीकार करना उनकी परिपक्वता का प्रतीक है। उनका वर्तमान व्यक्तित्व अपने आप में एक अच्छा परिवर्तन है, जिन्होंने अपने प्रतिबंध के दो वर्षों के दौरान खुद को बाहरी दुनिया से अलग कर लिया था।
उन्होंने पूछा, "मैं क्या कर सकता था? यह हुआ और मुझे यह स्वीकार करना था। यह ग़लती थी लेकिन मैंने इसको स्वीकार करना सीखा। मैं भूतकाल को बदल नहीं सकता। इसने मुझे स्वीकार करने में थोड़ा समय लिया, लेकिन अब मैं एक बेहतर इंसान हूं। मैं यह नहीं कहूंगा कि यह आसान है। लेकिन मैंने बहुत कुछ सीखा है।"
अपने प्रतिबंध के समय रसिख ने काफ़ी समय मुंबई में बिताया, उन्होंंने पूर्व भारतीय स्पिनर और MI के टैलेंट स्काउट का हिस्सा
राहुल संघवी के साथ रिलायंस के निजी ग्राउंड पर ट्रेनिंग की। रसिख को कुछ भी ज़रूरत होती तो वह संघवी से ही संपर्क करते। उनको उनका फुलटाइम ट्रेनर, स्पोर्ट्स मनोवैज्ञानिक, फ़ीजियो बनाया गया था और उन्होंने उनको कई इंट्रा स्क्वायड मैच खिलाए जिससे उनका खेल का समय निकल ना जाए।
लेकिन यही वह समय था जब वह एकांतवास पर चले गए। पठान को कुछ गड़बड़ महसूस हुई और उन्होंने खु़द उनको अपने कब्जे में ले लिया। एसोसिएशन को व्यक्तिगत महसूस हुआ क्योंकि रसिख को पहले स्थान पर क्रिकेटर बनाने में पठान ने ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
एक तेज़ गेंदबाज़ जो 2018 तक केवल ट्रायल पर दिखता था, जिसे केवल जिला स्तर. के मैच मिलते थे, उसने श्रीनगर में एक ट्रैलेंट हंट के दौरान पठान को दो ही गेंद में प्रभावित कर लिया था। पठान को उस समय कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी ने जम्मू एंड कश्मीर का मेंटॉर बनाया था और जिले स्तर से खिलाड़ियों को ढूंढना उनके कामों में से एक था।
पठान ने ESPNcricinfo के टाइमआउट शो पर कहा, "मुझे याद है उस कैंप में 75 बच्चे आए थे। मैं उसको दो गेंद करते देखा, जिसमें एक यॉर्कर थी और दूसरी शॉर्ट गेंद और उसको बाद में साइड में जाने को कहा। इसके बाद वह जाने लगा। मैं उसको बोला कि मैंने तुम्हे जाने के लिए नहीं कहा था। तो उसने कहा, 'नहीं, लेकिन मैंने ऐसा ही सोचा था। यही कुछ सालों से हो रहा था। वे मुझे कैंप में बुलाते थे और दो-तीन गेंद देखते थे और मुझे जाने को कह देते थे।'
"मैंने उसको सीनियर टीम में लिया। 30 संभावित खिलाड़ियों जहां उसको कुछ अभ्यास मैच खेलने को मिले। पहले मैच में उसने हैट्रिक ली। मेरे पास अभी भी वीडियो रिकॉर्डिंग है। जब मैं वापस निकला तो मुंंबई एयरपोर्ट पर मुझे राहुल संघवी मिले। उन्होंने आगामी ट्रायल के बारे में मुझे बताया। मैंने उनसे कहा कि इस युवा लड़के की वीडियो देखो। उन्होंने जो देखा इसको पसंद किया और तब विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी [2018-19] के बाद गैप था, उन्होंने मुझे पूछा क्या आप इसको भेज सकते हो।"
इरफ़ान ने कहा, "इन्हींं ट्रायल्स में रसिख ने टीए शेखर [तब MI के टैलेंट स्काउट], रोहित शर्मा और ज़हीर ख़ान को प्रभावित किया। वह गेंद को स्विंग करा सकता था, वह युवा भुवनेश्वर कुमार की तरह था और तब MI ने उनको नीलामी में ख़रीदा।"
रसिख उस सीज़न केवल एक ही मैच खेले। यह एक छोटा सपना ही रह गया था क्योंकि इसके बाद वह उम्र फ़र्जीवाड़े की वजह से BCCI की निगाहों में आ गए। पता चला कि रसिख ने जो उम्र बताई है वह उससे दो साल बड़े हैं।
BCCI की जांच में यह सार्वजनिक हो गया कि उनका असली जन्म प्रमाण पत्र दो अलग-अलग जगह से बनाया गया था। इनमें और उसके स्कूल छोड़ने के प्रमाण पत्र में भी विसंगतियां थीं। जुलाई 2019 में उन पर
प्रतिबंध लगा दिया गया था।
इरफ़ान के मुताबिक, जब वह दोबारा चयन के लिए योग्य बने तो रसिख बेहतर रिदम में थे, क्योंकि वह MI के निजी सुविधाकेंद्र पर लगातार अभ्यास करते थे। उन्हें इंग्लैंड के एक्सचेंज दौरे पर जाना था, लेकिन जब वह प्रतिबंध झेल रहे थे, तब मीडिया की नज़रों में आने से बचने के लिए उन्हें इससे बाहर निकाल लिया गया।
इसी समय रसिख ने अपनी विविधताओं पर कहाम किया और जिन्हें वह इस सीज़न बेहतरीन तरीक़े से इस्तेमाल कर रहे हैं।
इरफ़ान ने कहा, "वह जो बैक ऑफ़ द हैंड धीमी गति की गेंद कर रहा है वह मोहित शर्मा के बाद दूसरी सर्वश्रेष्ठ है। उसको इसमें मास्टर बनने में समय लगा। उसके पास कुछ शानदार धीमी गति की गेंद की विविधता है, वह एक अच्छी यॉर्कर डालता है। उसने पिच पर कटर्स डालना सीखा है और उसी गेंद को वह बाउंसर डाल सकता है। इसमें से अधिकांश का कारण उसका चोट-मुक्त होना है।"
IPL 2022 की नीलामी में उसको कोलकाता नाइटराइडर्स ने साइन किया लेकिन इसके बाद उसको कमर की चोट लग गई और वह एक साल तक क्रिकेट से दूर हो गया। इरफ़ान की ही सिफ़ारिश पर वह पूर्व भारतीय और NCA फ़ीजियो आशीष कौशक के पास गया। उन्होंने वहां पर ऑफ़ सीज़न रिहैब किया और 2023-24 के घरेलू सीज़न में वापसी की।
सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में रसिख जम्मू कश्मीर से सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे जहां पर उन्होंने सात मैचों में 6.76 की इकॉनमी से 11 विकेट लिए। यहीं पर उनकी वाइड यॉर्कर और धीमी गति की गेंदों ने DC के स्काउट्स को प्रभावित किया।
रसिख ने कहा, "मैं तुरंत उनके कैंप में गेंदबाज़ी कर रहा था। मुझे ऋषभ पंत को भी अधिक गेंद डालने का मौक़ा मिला। उस दौरान, मैंने ऋषभ भाई से बहुत कुछ सीखा। उन्होंने मेरे से ज़िंंदगी के बारे में बात की, कैसे तुम्हें वापसी करनी चाहिए, कैसे कठिन परिस्थतियां आपको परिभाषित नहीं कर सकती। उस मसय मैंने बहुत कुछ सीखा।"
उन्होंने कहा, "जो बंधन मेरा उनके साथ बना उसने मेरे लिए बहुत आसान कर दिया। उन्होंने मुझ पर भरोसा किया। यहां तक कि अब IPL में राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ पिछले मैच में। मैंने ख़राब शुरुआत की जहां पर अपने दूसरे ओवर में 18 रन दिए, लेकिन उन्होंने मुझे लगातार ओवर देने में भरोसा किया। जब आपका कप्तान और टीम प्रबंधन आप पर भरोसा जताता है तो यह अलग दुनिया बन जाती है।"
रसिख आसानी से हार मान सकते थे। आज वह एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे IPL का इकॉसिस्टम एक युवा गेंदबाज़ वापसी करते हुए अपनी क्षमता का प्रदर्शन करता है।
उन्होंने कहा, "मैं DC का बहुत आभारी हूं। यह मेरे लिए दूसरे जीवन जैसा है। मैं किसी का सिर नीचे नहीं झुकने दे सकता और रोज सीख रहा हूं और बेहतर हो रहा हूं।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।