सूर्यकुमार : मैं अंत तक नाबाद रहकर टीम को जीत दिलाना चाहता था
लगातार दूसरी बार प्लेयर ऑफ़ द मैच पुरस्कार जीतने वाले कुलदीप ने कहा कि उनमें अभी भी बहुत सुधार की गुंजाइश है
ESPNcricinfo स्टाफ़
14-Sep-2025 • 2 hrs ago
कुलदीप यादव ने मोहम्मद नवाज़ को पहली ही गेंद पर आउट किया • Associated Press
भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अपने 35वें जन्मदिन के अवसर पर एशिया कप में पाकिस्तान को हराकर टीम को जीत दिलाई और कहा कि वह हमेशा से नाबाद रहकर टीम को जीत दिलाना चाहते थे।
इस मैच में सूर्यकुमार 47 रन बनाकर नाबाद रहे और भारत ने 128 रन के लक्ष्य को 25 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।
मैच के बाद प्रेज़ेंटेशन के दौरान सूर्यकुमार ने कहा, "यह शानदार अहसास है। यह एक बॉक्स है, जिसे मैं हमेशा टिक करना चाहता था। मैं अंत तक क्रीज़ पर रहना चाहता था और आज इसकी ज़रूरत भी थी। मुझे अंत तक नाबाद रहना बहुत पसंद है।"
सूर्यकुमार ने कहा कि उनकी टीम इस मैच को किसी और मैच से अलग नहीं मान रही थी। उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए, मेरी टीम के खिलाड़ियों के लिए और पूरी टीम के लिए यह बस एक और मैच था। हम मैदान में आते हैं और सभी विपक्षियों के ख़िलाफ़ इसी तरह खेलते हैं।"
यह एक और मैच था, जहां भारतीय स्पिनरों ने विपक्ष को ढहा दिया। हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह ने पहले दो ओवरों में विकेट लिए, लेकिन उसके बाद स्पिनरों ने कमान संभाली और बड़ा नुक़सान किया। कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और वरुण चक्रवर्ती ने मिलकर छह विकेट लिए। भारत के चार स्पिनरों ने 15 ओवरों में सिर्फ़ 65 रन दिए, जिनमें से एक ओवर पार्ट-टाइम गेंदबाज़ अभिषेक शर्मा ने डाला।
सूर्यकुमार ने स्पिन-हेवी अटैक पर बात करते हुए कहा, "कुछ महीने पहले भी यही हुआ था। हमारी टीम जिसने चैंपियंस ट्रॉफ़ी जीती थी, उन्होंने हमारे लिए यह लय बनाई। मैं हमेशा स्पिनरों का फै़न रहा हूं, क्योंकि वे पावरप्ले के बाद बीच के ओवरों में खेल को नियंत्रित करते हैं। मुझे लगता है सभी स्पिनरों ने शानदार गेंदबाज़ी की।"
कुलदीप एक बार फिर टीम के प्रमुख गेंदबाज़ साबित हुए, जिन्होंने 18 रन देकर 3 विकेट लिए। UAE के ख़िलाफ़ चार विकेट लेने के बाद उन्होंने लगातार दूसरी बार प्लेयर ऑफ़ द मैच अवॉर्ड जीता।
उन्होंने कहा, "आपको बस यह सोचना है कि क्रीज़ पर कौन बल्लेबाज़ है और वह क्या कर रहा है। उसकी ताक़त क्या है और वह क्या खेलना पसंद करता है। बस उसी को फ़ॉलो करें। मेरे पास अपनी योजना थी और मैंने उसे बस अंजाम दिया।"
UAE के ख़िलाफ़ मैच की तरह ही कुलदीप ने इस मैच में भी लगातार गेंदों पर विकेट लिए। अपने करियर में दो वनडे हैट्रिक ले चुके कुलदीप ने कहा कि वह चाहते हैं कि किसी भी बल्लेबाज़ के लिए उनकी पहली गेंद विकेट लेने वाली हो।
उन्होंने कहा, "पहली गेंद हमेशा विकेट लेने वाली गेंद होनी चाहिए। आपको बस इसी सोच के साथ जाना है और उस विकेट लेने वाली गेंद को अंजाम देना है। क्योंकि जो भी बल्लेबाज़ है वह या तो नया है या सेट है, लेकिन फिर भी वह पहली बार आपका सामना कर रहा है और शायद आपके पास उस पर हावी होने का मौक़ा है।"
शानदार फ़ॉर्म और टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने के बावजूद कुलदीप ने कहा कि उनके खेल में अब भी सुधार की गुंजाइश है।
उन्होंने कहा, "मुझे अब भी लगता है कि मुझे अपनी गेंदबाज़ी पर काफ़ी मेहनत करनी है। कभी-कभी मुझे लगता है कि मैं बहुत ज़्यादा वैरिएशन ट्राई करता हूं, लेकिन मुझे दिन-प्रतिदिन और मैच दर मैच सीखना होगा। मुझे अब भी लगता है कि सुधार की बहुत गुंजाइश है।"