बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के क्रिकेट संचालन अध्यक्ष जलाल यूनुस का मानना है कि बांग्लादेश को कोचों को और कोशिश करनी होगी ताकि उनके खिलाड़ी सीमित ओवर क्रिकेट में अधिक आक्रामक बन सकें। ज़िम्बाब्वे के दौरे पर बांग्लादेश ने
टी20 और वनडे दोनों में सीरीज़ हारने के बाद आलोचना का सामना किया है। वनडे में यह छह सीरीज़ में पहली हार है लेकिन टी20 में उनका फ़ॉर्म काफ़ी समय से चिंता का विषय रहा है।
यूनुस ने कहा, "हमारे सभी कोच समर्पित होकर काम करते हैं लेकिन हर कोच का ढंग अलग होता है।
चंडिका हथुरासिंघा (जो 2014 से 2017 तक मुख्य कोच थे) में वह आक्रामक शैली थी जिसकी हमें ज़रूरत थी। मौजूदा प्रमुख कोच (
रसल डॉमिंगो) को क्रिकेट का बहुत अच्छा ज्ञान है लेकिन उनमें वह आक्रामकता नहीं है। हमें उसकी ज़रूरत है।"
आगे उन्होंने कहा, "हमें लगता है वह सही ढंग से खिलाड़ियों को प्रेरित कर सकते हैं। वह खिलाड़ियों को मैदान पर आक्रामक रवैय्या लेने को कहें। हमें चाहिए कि वह खिलाड़ियों को सुस्त क्रिकेट से तीव्रता के साथ खेलने वाली इकाई में बदल दें। हमारे कोच पेशेवर और क़ाबिल हैं। हमें उनके साथ इस बारे में बातचीत करनी होगी। हम बिना सोचे समझे कोचिंग में एकदम बदलाव नहीं कर सकते।"
बीसीबी ने इन्हीं बातों पर चर्चा करने के लिए सपोर्ट स्टाफ़ को बांग्लादेश लौटने पर एक बैठक के लिए बुलाया है। यूनुस ने कहा, "वह 19 अगस्त को लौटेंगे और हम शायद अगले दिन उनसे मिलेंगे। अगले वर्ष (मार्च में) इंग्लैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ तक हमारे लिए एक विस्तृत योजना होनी चाहिए। आने वाले समय में बहुत सारा क्रिकेट खेला जाएगा और हमें इंजरी और खिलाड़ियों की उपलब्धता का ध्यान भी रखना होगा।"
बांग्लादेश के पास टी20 विश्व कप से पहले तैयारी के लिए केवल एशिया कप और न्यूज़ीलैंड में एक त्रिकोणीय श्रृंखला के मैच होंगे। डॉमिंगो के कोच बनने के बाद बांग्लादेश ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड को अपने घर पर हराते हुए
चार सीरीज़ जीती लेकिन उसके बाद उन्होंने
19 में से 15 मुक़ाबले हारे हैं। ज़िम्बाब्वे में 2-1 से सीरीज़ हारने से पहले वह पिछले साल के विश्व कप में सुपर 12 में एक भी मैच नहीं जीत सके थे और हाल ही में वेस्टइंडीज़ में भी सीरीज़ 2-0 से हारे थे। ज़िम्बाब्वे दौरे के लिए महमुदउल्लाह को कप्तानी से हटाया गया लेकिन उनके उत्तराधिकारी नुरुल हसन के चोटिल होते ही उन्हें टीम में वापस लाया गया। युवा खिलाड़ियों के शामिल होने के बावजूद निर्णायक टी20 में टीम
157 का लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी।
यूनुस ने कहा, "हमें वह रन बनाने चाहिए थे। हमें पता है हम टी20 क्रिकेट में उतने निरंतर नहीं हैं और इसीलिए हमने कुछ युवा खिलाड़ियों के रूप में टीम में कुछ सकारात्मक बदलाव किए। हम एक योजना के तहत खेल रहे थे और हमें सफलता नहीं मिली। इससे हम निराश नहीं हुए हैं।"
बांग्लादेश इस हफ़्ते एशिया कप के लिए अपनी टीम की घोषणा भी करेगा। नुरुल हसन के चोटिल होने के चलते शाकिब अल हसन का कप्तानी भूमिका में लौटना संभव है। यूनुस ने बताया, "बहुत से खिलाड़ी फ़िट नहीं हैं। लिटन [कुमार दास], [मोहम्मद] सैफ़ुद्दीन, यासिर [अली], मुस्तफ़िज़ुर [रहमान] सब फ़िलहाल चोट से उबर रहें हैं। एशिया कप लगभग विश्व कप की आख़िरी तैयारी है। हम ऐसा दल चाहते हैं जहां चोटिल खिलाड़ी ना हों। इसीलिए इस चयन में समय लग रहा है।"