हिमाचल प्रदेश टीम के सदस्य सिद्धार्थ शर्मा का 28 वर्ष की उम्र में निधन
बड़ौदा से मैच से पहले सांस की तक़लीफ़ के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था
निखिल शर्मा
13-Jan-2023
विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी की ख़िताबी जीत में हिमाचल टीम का हिस्सा रहे थे सिद्धार्थ • Getty Images
क़रीब दो सप्ताह तक अस्पताल में ज़िंदगी की जंग लड़ने वाले हिमाचल प्रदेश के तेज़ गेंदबाज़ सिद्धार्थ शर्मा का गुरुवार को गुजरात के बड़ौदा में निधन हो गया। सिद्धार्थ मौजूदा रणजी ट्रॉफ़ी सीज़न में हिमाचल प्रदेश की टीम का हिस्सा थे। शुक्रवार को पंजाब के नांगल जिले के भाभोर साहेब गुरूद्वारे में सिद्धार्थ का अंतिम संस्कार हुआ। उनके निधन पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु ने शोक जताया है।
हिमाचल प्रदेश के ऊना निवासी 28 वर्षीय सिद्धार्थ उत्तराखंड के देहरादून में उत्तराखंड टीम के ख़िलाफ़ 30 दिसंबर तक रणजी मैच खेलने के बाद गुजरात पहुंचे थे, जहां टीम को बड़ौदा के ख़िलाफ़ बड़ौदा में ही तीन जनवरी से रणजी मैच खेलना था। 31 दिसंबर को अभ्यास के दौरान सिद्धार्थ को सांस की तक़लीफ़ शुरू होना चालू हो गया था। इसके बाद वह जब टीम होटल पहुंचे तो यह तक़लीफ़ और ज़्यादा हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।
हिमाचल प्रदेश टीम के सदस्य और उनके साथी बायें हाथ के स्पिनर मयंक डागर ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को बताया, "सिद्धार्थ हमारी टीम का मुख्य अंग थे। वह टीम के हर सदस्य के साथ अच्छे से जुड़े थे। बड़ौदा से मैच से पहले जब टीम अभ्यास में व्यस्त थी तो उन्हें सांस की तक़लीफ़ हुई, ऐसा लगा उन्हें कोई संक्रमण हुआ है। होटल पहुंचते हुए यह और अधिक हो गया, जिसके बाद उन्हें बड़ौदा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।"
डागर ने आगे कहा, "तीन से छह जनवरी तक हम बड़ौदा के ख़िलाफ़ मैच खेले लेकिन हम सभी का ध्यान मैच के दौरान भी सिद्धार्थ की सेहत पर लगा रहा। पूरी टीम और सपोर्ट स्टाफ़ लगातार उनकी सेहत पर नज़र बनाए रखा था। मैच के बाद हमें उनसे मिलने जाते थे, लेकिन भरे मन से अगला मैच खेलने के लिए हमें बड़ौदा में उन्हें अकेला छोड़कर निकलना पड़ा। उनकी सांस की दिक्कत लगातार बढ़ती चली गई थी, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, जहां से उनके लिए दिक्कत बहुत बढ़ गई थी। उनका देहांत वाकई दुख़द है।"
सिद्धार्थ ने हिमाचल प्रदेश की टीम के साथ पिछली विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी जीती थी। इसी के साथ बंगाल के ख़िलाफ़ ईडन गार्डेंस में अपने आख़िरी मैच में उन्होंने पहली पारी में पांच और दूसरी पारी में दो विकेट लिए। कुल मिलाकर उनका घरेलू करियर पांच साल का रहा। छह प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 22.20 की औसत और तीन की इकॉनमी से 25 विकेट लिए। जबकि इस दौरान उन्होंने एक टी20 और छह लिस्ट ए मैच खेले।
उनके निधन पर हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल, ऊना के विधायक सतपाल सत्ती, एचपीसीए के पूर्व सचिव सुमित शर्मा, एचपीसीए सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने भी शोक जताया है।
हिमाचल प्रदेश के ऊना निवासी 28 वर्षीय सिद्धार्थ उत्तराखंड के देहरादून में उत्तराखंड टीम के ख़िलाफ़ 30 दिसंबर तक रणजी मैच खेलने के बाद गुजरात पहुंचे थे, जहां टीम को बड़ौदा के ख़िलाफ़ बड़ौदा में ही तीन जनवरी से रणजी मैच खेलना था। 31 दिसंबर को अभ्यास के दौरान सिद्धार्थ को सांस की तक़लीफ़ शुरू होना चालू हो गया था। इसके बाद वह जब टीम होटल पहुंचे तो यह तक़लीफ़ और ज़्यादा हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।
हिमाचल प्रदेश टीम के सदस्य और उनके साथी बायें हाथ के स्पिनर मयंक डागर ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को बताया, "सिद्धार्थ हमारी टीम का मुख्य अंग थे। वह टीम के हर सदस्य के साथ अच्छे से जुड़े थे। बड़ौदा से मैच से पहले जब टीम अभ्यास में व्यस्त थी तो उन्हें सांस की तक़लीफ़ हुई, ऐसा लगा उन्हें कोई संक्रमण हुआ है। होटल पहुंचते हुए यह और अधिक हो गया, जिसके बाद उन्हें बड़ौदा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।"
डागर ने आगे कहा, "तीन से छह जनवरी तक हम बड़ौदा के ख़िलाफ़ मैच खेले लेकिन हम सभी का ध्यान मैच के दौरान भी सिद्धार्थ की सेहत पर लगा रहा। पूरी टीम और सपोर्ट स्टाफ़ लगातार उनकी सेहत पर नज़र बनाए रखा था। मैच के बाद हमें उनसे मिलने जाते थे, लेकिन भरे मन से अगला मैच खेलने के लिए हमें बड़ौदा में उन्हें अकेला छोड़कर निकलना पड़ा। उनकी सांस की दिक्कत लगातार बढ़ती चली गई थी, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, जहां से उनके लिए दिक्कत बहुत बढ़ गई थी। उनका देहांत वाकई दुख़द है।"
सिद्धार्थ ने हिमाचल प्रदेश की टीम के साथ पिछली विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी जीती थी। इसी के साथ बंगाल के ख़िलाफ़ ईडन गार्डेंस में अपने आख़िरी मैच में उन्होंने पहली पारी में पांच और दूसरी पारी में दो विकेट लिए। कुल मिलाकर उनका घरेलू करियर पांच साल का रहा। छह प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 22.20 की औसत और तीन की इकॉनमी से 25 विकेट लिए। जबकि इस दौरान उन्होंने एक टी20 और छह लिस्ट ए मैच खेले।
उनके निधन पर हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल, ऊना के विधायक सतपाल सत्ती, एचपीसीए के पूर्व सचिव सुमित शर्मा, एचपीसीए सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने भी शोक जताया है।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26