मंगलवार को अफ़ग़ानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मुक़ाबले में अफ़ग़ानिस्तान के सलामी बल्लेबाज़ इब्राहिम ज़दरान चर्चा का केंद्र बन गए। पहली पारी में उनके शतक की बदौलत अफ़ग़ानिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 292 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य खड़ा किया। ख़ुद ज़दरान के लिए यह शतक कई मायनों में अहम था। ज़दरान विश्व कप में अफ़ग़ानिस्तान की ओर से शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज़ तो बने ही लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कैसे पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से उनकी मुलाक़ात ने उन्हें आत्मविश्वास से भर दिया था।
ज़दरान ने पारी की समाप्ति के बाद ब्रॉडकास्टर्स से बात करते हुए कहा, "कल सचिन से मेरी बात हुई थी और उन्होंने मेरे साथ अपने अनुभव भी साझा किए, मैंने भी कहा था कि आज में सचिन तेंदुलकर जैसा ही खेलूंगा। उन्होंने मुझे काफ़ी आत्मविश्वास दिया और ऊर्जा से भी भर दिया। सचिन ने मुझे बताया कि 1987 विश्व कप के दौरान वह वानखेड़े में बॉल ब्वॉय थे और कैसे वह इस चीज़ से प्रेरित होकर उन्होंने अपना करियर बनाया था।"
दरअसल ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मैच से पूर्व संध्या पर सचिन ने वानखेड़े स्टेडियम पहुंच कर अफ़ग़ानिस्तान के खिलाड़ियों से मुलाक़ात की थी। सचिन ने अफ़ग़ानिस्तान के खिलाड़ियों से बात करते हुए कहा था कि वह अफ़ग़ानिस्तान की बल्लेबाज़ी को देखकर काफ़ी प्रभावित हुए हैं। इस भेंट का अफ़ग़ानिस्तान के खिलाड़ियों के बीच क्या महत्व है इसके बारे में ख़ुद राशिद ख़ान ने आईसीसी के एक वीडियो में बात करते हुए कहा, "सचिन से मिलना हर किसी का सपना था। वह दुनिया भर में बहुतेरों के लिए रोल मॉडल तो हैं ही लेकिन अफ़ग़ानिस्तान में भी बहुत लोगों ने उन्हें देखकर ही क्रिकेट खेलना शुरू किया था।"
ज़दरान विश्व कप में पहले भी शतक लगा सकते थे। पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मैच में वह 87 के निजी स्कोर पर आउट हो गए थे। हालांकि ज़दरान को यह भरोसा था कि वह इसी विश्व कप में अपना शतक पूरा कर लेंगे और इस संबंध में उन्होंने अपने कोचिंग स्टाफ़ से कहा भी था।
ज़दरान ने कहा, "अफ़ग़ानिस्तान के लिए विश्व कप में पहला शतक लगाने वाला बल्लेबाज़ बनकर मुझे बेहद ख़ुशी हो रही है। मैंने इस टूर्नामेंट के लिए काफ़ी मेहनत की थी। मैं पाकिस्तान के ख़िलाफ़ शतक से चूक गया था लेकिन आज मैंने शतक पूरा किया। मैं अपने कोचिंग स्टाफ़ से बात कर रहा था और मैंने उन्हें कहा था कि मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं अगले तीन मैचों में शतक बना लूंगा। अगर बीच में हमारे हाथ में विकेट रहते तो हम 330 का स्कोर भी बना सकते थे। लेकिन हमने बीच में कुछ विकेट गंवा दिए।हालांकि राशिद ने अंत में बेहद अच्छी पारी खेली।"
मंगलवार को अफ़ग़ानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया। सलामी जोड़ी रहमानउल्लाह गुरबाज़ और ज़दरान ने एक सधी हुई शुरुआत की थी। हालांकि आठवें ओवर में गुरबाज़ पवेलियन लौट गए लेकिन इसके बाद रहमत शाह के साथ मिलकर ज़दरान ने स्कोर बोर्ड पर 83 रन जोड़े। हालांकि रहमत के आउट होने के बाद अफ़ग़ानिस्तान की पारी में ब्रेक आ गया और अगली 76 गेंदों पर अफ़ग़ानिस्तान 52 रन ही जोड़ पाया।
हालांकि मोहम्मद नबी के क्रीज़ पर आने के बाद अफ़ग़ानिस्तान की पारी को रफ़्तार मिली और डेथ में राशिद ने मोर्चा संभाल लिया। 46वें ओवर में शतक पूरा होने के बाद ज़दरान ने भी अपने गियर बदल लिए और कुछ बड़े शॉट्स खेले। जिसके चलते ऑस्ट्रेलिया के सामने अब उसे अपने विश्व कप इतिहास का सबसे बड़ा रन चेज़ करने की चुनौती थी।