नस्लवाद के ख़िलाफ़ क्रिकेट साउथ अफ़्रीका को एक सामूहिक फ़ैसला लेना होगा : बवूमा
"डिकॉक विवाद की चर्चा हर तरफ़ थी और इसका दबाव पूरी टीम पर था"
'हमें आगे इस तरह के रवैये और संदेश से बचना होगा' • Alex Davidson/Getty Images
"मेरे लिए ज़रूरी है कि हम अपनी रोज़ाना ज़िंदगी में इसे कैसे देखते हैं और क्या करते हैं। हम सभी साथ जा सकते हैं, हवा में हाथ लहरा सकते हैं, घुटने के बल बैठ भी सकते हैं लेकिन इन सबके बावजूद अगर आप ये दिल से नहीं कर रहे तो फिर इसका क्या फ़ायदा। साउथ अफ़्रीकी टीम होने के नाते हम इस विवाद की वजह से दबाव में थे, इतना न तो किसी और अंतर्राष्ट्रीय टीम पर दबाव था और न ही किसी स्थानीय टीम को इस स्थिति से गुज़रना पड़ा। इसे देखते हुए मुझे लगता है कि क्रिकेट साउथ अफ़्रीका को एक सामूहिक फ़ैसला लेना होगा, ताकि भविष्य में हम इस तरह की चीज़ों से बच सकें।"तेम्बा बवूमा, कप्तान, साउथ अफ़्रीका
फ़िरदौस मूंडा ESPNcricinfo की साउथ अफ़्रीकी संवाददाता हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट सैयद हुसैन ने किया है।