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वरुण : गंभीर टीम में साहसी मानसिकता लेकर आते हैं

स्पिनर ने अपनी अंतर्राष्ट्रीय वापसी के लिए सूर्यकुमार और गंभीर को श्रेय दिया

Varun Chakravarthy in action, India vs Sri Lanka, Men's T20 Asia Cup, Dubai, September 26, 2025

Varun Chakravarthy ने बताया कि वनडे में और बेहतर करने के लिए गंभीर ने उन्हें सलाह भी दी है  •  AFP/Getty Images

दुनिया के शीर्ष T20I गेंदबाज़ वरुण चक्रवर्ती का कहना है कि भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने टीम में "साहसी मानसिकता" को बढ़ावा दिया है, जिससे "हारने का कोई विकल्प नहीं बचता"। उन्होंने लगभग तीन साल टीम से बाहर रहने के बाद अपनी अंतर्राष्ट्रीय वापसी का श्रेय गंभीर और T20I कप्तान सूर्यकुमार यादव को भी दिया।
वरुण ने मंगलवार को मुंबई में CEAT क्रिकेट रेटिंग अवार्ड्स के मौक़े पर कहा, "मैं [गंभीर] उनके बारे में एक बात ज़रूर कह सकता हूं कि वह टीम में एक साहसी मानसिकता लेकर आते हैं जहां हार का कोई विकल्प नहीं होता। आपको बस अपना सर्वश्रेष्ठ देना होता है और मैदान पर अपना सब कुछ झोंक देना होता है और बाद में, जो भी होता है, होता है।"
"जब वह मौजूद होते हैं, तो कोई सामान्यता नहीं रहती - आप मैदान में औसत नहीं हो सकते, ऐसा मैं महसूस करता हूं।"
वरुण ने जुलाई 2021 में भारत के लिए पदार्पण किया था, लेकिन 2021 T20 विश्व कप में एक कठिन अभियान का सामना करने के बाद, उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और अक्तूबर 2024 में ही वे भारत के लिए दोबारा खेले।
तब से, वरुण भारत की T20I एकादश में नियमित रूप से शामिल रहे हैं और उन्होंने अपना वनडे पदार्पण भी किया है और इस साल की शुरुआत में टीम को चैंपियंस ट्रॉफ़ी जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
"जब मैंने दोबारा वापसी की, तो सूर्या और GG [गंभीर] ने मुझसे बात की और उन्होंने मुझे बताया कि हम आपको विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में से एक के रूप में देख रहे हैं। और उन्होंने पूरे समय मेरा समर्थन किया। इसके लिए मुझे उन्हें श्रेय देना होगा।"
"मैं तीन साल से ज़्यादा समय तक टीम से बाहर रहा, लेकिन IPL में मेरा प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा। उन्होंने इसे पहचाना और मुझे टीम में शामिल किया, यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी।"
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारत की वनडे टीम से बाहर किए गए वरुण ने उन चीज़ों के बारे में बात की जिन पर गंभीर चाहते हैं कि वह वनडे क्रिकेट में अपनी संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए काम करें।
"असल में, बातचीत लंबे स्पैल में गेंदबाज़ी करने के बारे में थी। क्योंकि T20 में, आप ज़्यादा से ज़्यादा दो ओवर लगातार गेंदबाज़ी कर सकते हैं। लेकिन वनडे में, आपको लगातार पांच से छह ओवर गेंदबाज़ी करनी होती है, जिस पर मैंने काम किया और चैंपियंस ट्रॉफ़ी में मैं ऐसा करने में क़ामयाब रहा।
और वह चाहते हैं कि मैं घरेलू सर्किट में थोड़ा और ऊपरी क्रम में बल्लेबाज़ी करूं और अपनी बल्लेबाज़ी में सुधार करूं।"
वरुण ने साथी स्पिनर कुलदीप यादव की भी जमकर तारीफ़ की, जो एशिया कप में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे।
वरुण ने कहा, "कुलदीप निश्चित रूप से हमारे मौजूदा खिलाड़ियों में सबसे अनुभवी गेंदबाज़ों में से एक हैं और उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया है। मैं 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंदबाज़ी करता हूं और वह लगभग 85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से, इसलिए हम एक-दूसरे के पूरक हैं। उनके पास ज़्यादा रेव्स और ज़्यादा टर्न है, मेरे पास ज़्यादा स्पीड और बाउंस है, इसलिए अब तक यह हमारे लिए अच्छा काम कर रहा है। उम्मीद है कि हम विश्व कप में भी ऐसा ही कर पाएंगे।"

अभिमन्यू बोस ESPNcricinfo के सब एडिटर हैं।