अफ़ग़ानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया था। लेकिन मार्को यानसन, कगिसो रबाडा और अनरिख़ नॉर्खिये की तिकड़ी ने 6.3 ओवर में 28 के स्कोर पर अफ़ग़ानिस्तान के छह विकेट गिरा दिए थे। इसके बाद तबरेज़ शम्सी ने तीन विकेट निकाले और विपक्षी टीम अपने न्यूनतम टी20आई टोटल पर सिमट गई।
पुरस्कार समारोह में मारक्रम ने कहा, "टॉस हारना अच्छा रहा। अगर हम टॉस जीतते तो हम भी बल्लेबाज़ी ही करते। हालांकि पहले गेंदबाज़ी मिलने की स्थिति में भी गेंदबाज़ों को सही एरिया में गेंद डालनी ही थी और उन्होंने सही एरिया में गेंद डालकर अफ़ग़ानिस्तान के बल्लेबाज़ों के लिए और मुश्किल पैदा कर दी। इस पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने हमारे लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने परिस्थितियों के हिसाब से रणनीति के साथ गेंदबाज़ी की है।"
क्विंटन डिकॉक दूसरे ओवर में ही आउट हो गए थे, हालांकि उनके रूप में लगा झटका साउथ अफ़्रीका की पारी का इकलौता झटका साबित हुआ। इस मैच में एक ताज़ी पिच (पिच संख्या पांच) का उपयोग किया गया था लेकिन इस पर मिली असमतल उछाल को लेकर कई सवाल भी खड़े किए गए।
मारक्रम ने कहा, "हां पिच बल्लेबाज़ी के लिए मुश्किल थी। लेकिन हमें पता था कि हम सिर्फ़ एक साझेदारी दूर हैं। हमारे कई मैच काफ़ी क़रीबी थे। घर पर हमारे प्रशंसक सुबह जल्दी उठकर मैच देखते रहे होंगे और मैच को क्लोज़ जाता देख उन्हें चिंता भी होती रही होगी। मुझे उम्मीद है कि आज की शाम हमारे प्रशंसकों के लिए अच्छी रही होगी।"