स्नेह राणा को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया • Asian Cricket Council
भारत और थाईलैंड के बीच एशिया कप का मुक़ाबला एकतरफ़ा होने की उम्मीद थी और ठीक ऐसा ही हुआ। अपने 100वें टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में कप्तानी का भार संभाल रही स्मृति मांधना ने टॉस जीतकर गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला लिया और स्पिन के लिए अनुकूल पिच पर भारतीय गेंदबाज़ों का जलवा क़ायम रहा। भारत की बड़ी जीत ने ना सिर्फ़ सेमीफ़ाइनल तक उनका रास्ता साफ़ कर दिया बल्कि मेज़बान बांग्लादेश के लिए भी इस परिणाम से थाईलैंड के आगे नॉकआउट में जाने की राह स्पष्ट हो गई।
चलिए देखते हैं इस मैच में किस भारतीय खिलाड़ी को कितने अंक मिलते हैं।
क्या सही और क्या ग़लत?
भारत के लिए इस मैच में सबसे मज़बूत पक्ष रहा स्पिन गेंदबाज़ों का प्रदर्शन। साथ ही स्मृति की कप्तानी भी आक्रामक और सटीक रही। पिछले कुछ मैचों के मुक़ाबले इस मैच में फ़ील्डिंग का स्तर भी काफ़ी बेहतर था।
जब कोई टीम दूसरी पारी के पावरप्ले के ख़त्म होने के साथ अपनी जीत हासिल कर ले तो कोई ग़लती निकालना कठिन है। हालांकि शेफ़ाली वर्मा के आउट होने का तरीक़ा निराशाजनक था।
प्लेयर रेटिंग्स (1 से 10, 10 सर्वश्रेष्ठ) एस मेघना, 8 : मेघना को इस टूर्नामेंट में जब भी मौक़ा मिला है उन्होंने प्रभावित किया है और आज का मैच इसमें कोई अपवाद नहीं था। मेघना ने सभी गेंदबाज़ों के विरुद्ध कुछ करारे शॉट लगाए और नॉकआउट में भी सलामी बल्लेबाज़ी या मध्य क्रम में स्थान बरक़रार रखने की दावेदारी को मज़बूत रखा।
शेफ़ाली वर्मा, 4 : मौक़ा था, दस्तूर था, और उन्होंने एक चौका लगाकर इस मैच को जल्दी ख़त्म करने के इरादे भी साझा किए। हालांकि इसके बाद स्पिनर के विरुद्ध बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में आउट हुई। मेघना की सफलता के सामने उनकी नाक़ामयाबी और ज़्यादा खटकती दिखी।
पूजा वस्त्रकर, 7 : गेंद के साथ वह आज विकेट ना लेने वाली इकलौती गेंदबाज़ी थीं लेकिन उन्होंने लगातार गति और लंबाई में परिवर्तन करते हुए थाईलैंड के बल्लेबाज़ों को बांधे रखा। बल्लेबाज़ी में तीन नंबर पर आकर उन्होंने कुछ अच्छे शॉट भी लगाए।
स्मृति मांधना, 7 : आज स्मृति को बल्लेबाज़ी का मौक़ा नहीं मिला लेकिन उनकी कप्तानी सटीक थी। थाईलैंड एक समय पर पावरप्ले में 20 रन पर एक विकेट गंवा कर खेल रहा था और ऐसे में अपने स्पिनरों को लाकर स्मृति ने विकेट गिरने का सिलसिला शुरू करवाया।
जेमिमाह रॉड्रिग्स, कोई रेटिंग नहीं : टूर्नामेंट में भारत की सफलतम बल्लेबाज़ जेमिमाह को रन बनाने का कोई अवसर नहीं मिला। उनकी फ़ील्डिंग सुरक्षित ज़रूर थी लेकिन कवर पर वह एक यादगार कैच लेने के प्रयास में असफल रहीं।
ऋचा घोष, 7 : सिलेट के पिच पर क्रमशः विकेटकीपिंग कठिन होती जा रही है और ऐसे में ऋचा का प्रदर्शन काफ़ी अच्छा रहा। गेंद अतिरिक्त स्पिन ले रही थी और पिच पर कई बार असमतल उछाल भी नज़र आया। ऋचा ने कप्तान नारूएमॉल चाईवाई के रन आउट में भी चपलता दिखाई।
किरण नवगिरे, कोई रेटिंग नहीं : किरण आज के मुक़ाबले से निराश हो सकतीं हैं। थाईलैंड के ख़िलाफ़ कुछ गेंद मिलने पर वह अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी का एक अच्छा उदाहरण दिखा सकतीं थीं लेकिन उन्हें इसका मौक़ा नहीं मिला।
दीप्ति शर्मा, 9 : थाईलैंड के बल्लेबाज़ स्पिन के विरुद्ध असहज दिखे और इसका भरपूर फ़ायदा उठाने में दीप्ति आगे रहीं। हालांकि अपने दो विकेटों से ज़्यादा प्रभावशाली था प्वाइंट से किया गया उनका डायरेक्ट हिट, जिसके ज़रिए थाईलैंड के सर्वाधिक स्कोरर नान्नापात कोंचारोंएकाई को रन आउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा।
स्नेह राणा, 10 : एक कारगर पिच पर स्नेह अपनी ऑफ़ स्पिन के साथ बड़ा प्रभाव डालती दिखीं। चाईवाई का रन आउट उनकी किफ़ायती गेंदबाज़ी से बनते दबाव का फल था और उसके तुरंत बाद उन्होंने चानिदा सुथ्थीरुआंग को एक ड्रीम गेंद से ड्राइव पर बीट करते हुए बोल्ड किया। इसके बाद भी वह लगातार आक्रामक गेंदबाज़ी करतीं रहीं और भारत की सफलतम गेंदबाज़ रहीं।
मेघना सिंह, 8 : मेघना को आज रेणुका सिंह के आगे खिलाया गया और अपने पहले ओवर में ड्राइव पर पारी का पहला चौका खाने के बाद कुछ देर के लिए वह लेंथ से भटक गईं थीं। लेकिन अपने दूसरे ओवर में अच्छी दिशा और लंबाई का परिचय देते हुए उन्होंने मेडन ओवर डाला और फिर तीसरे ओवर की पहली गेंद पर थाईलैंड का आख़िरी विकेट निकाल लिया।
राजेश्वरी गायकवाड़, 8 : जब तक गायकवाड़ की गेंदबाज़ी आई, थाईलैंड की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। इसके बावजूद इस पिच के लिए सटीक दिशा और गति से गेंदबाज़ी करते हुए उन्होंने आख़िरी पांच विकेट में दो अपने नाम किए।