मैच (23)
MLC (1)
ENG v WI (1)
IRE vs ZIM (1)
Men's Hundred (2)
एशिया कप (2)
विश्व कप लीग 2 (1)
Canada T20 (4)
Women's Hundred (2)
TNPL (3)
One-Day Cup (5)
SL vs IND (1)
फ़ीचर्स

आंकड़े झूठ नहीं बोलते : अजेय मैदान पर क्लीन स्वीप करने उतरेगा भारत

न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ों को रहना होगा शुभमन से सावधान

Rohit Sharma fell to Henry Shipley for 51, India vs New Zealand, 2nd ODI, Raipur, January 21, 2023

रोहित शर्मा अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलना चाहेंगे  •  Associated Press



न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ रायपुर में हुआ दूसरा वनडे जीतकर भारत ने सीरीज़ भी जीत लिया है। यह भारत की घर में लगातार सातवीं सीरीज़ जीत है, जो कि रिकॉर्ड भी है। इसके अलावा भारतीय टीम ने घर में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ कोई वनडे सीरीज़ नहीं गंवाया है। 1988 से चल रहा यह सिलसिला 2023 में भी बरक़रार है। अब भारतीय टीम का इरादा इंदौर का आख़िरी मुक़ाबला जीतकर सीरीज़ में क्लीन स्वीप करने पर होगा, वहीं न्यूज़ीलैंड की टीम अंतिम मुक़ाबला जीतकर बेहतर आत्मविश्वास के साथ टी20 सीरीज़ में प्रवेश करना चाहेगी।

वैसे इंदौर का होल्कर स्टेडियम भारत के लिए बेहद ख़ास रहा है और भारतीय टीम ने यहां पर खेले गए पांच वनडे मुक़ाबलों में से हर मैच जीते हैं। भारतीय टीम अपने इस अजेय रिकॉर्ड को बरक़रार रखना चाहेगी। यह मुक़ाबला जो भी टीम जीतेगी, उसे वनडे रैंकिंग में भी शीर्ष स्थान मिलेगा। फ़िलहाल नज़र डालते हैं उन प्रमुख आंकड़ों पर जो इस मुक़ाबले को रोमांचक बना सकते हैं।



ईश सोढ़ी के लेग स्पिन के ख़िलाफ़ चकमा खाते हैं कोहली

बांग्लादेश दौरे से ही विराट कोहली ने ग़ज़ब की निरंतरता दिखाई है। उन्होंने इस सीरीज़ के पहले मैच में भी शतक लगाया था, हालांकि दूसरे मैच में कम स्कोर का पीछा करने के दौरान वह नाकाम रहे थे। तीसरे वनडे के दौरान वह साबित करना चाहेंगे कि उनका टच और फ़ॉर्म अब भी बरक़रार है।

चोट के कारण न्यूज़ीलैंड के लेग स्पिनर ईश सोढ़ी इस दौरे पर अभी तक एक भी मुक़ाबला नहीं खेल पाए हैं। हालांकि तीसरे वनडे के लिए उनके फ़िट होने की पूरी संभावना है। अगर ऐसा होता है तो वह कोहली के लिए घातक सिद्ध हो सकते हैं। दरअसल कोहली को सोढ़ी ने छह वनडे पारियों में तीन बार आउट किया है, इस दौरान कोहली उनके ख़िलाफ़ सिर्फ़ 29.7 की औसत से ही रन बना पाए हैं।

सैंटनर भी करते हैं भारतीय बल्लेबाज़ों को ख़ूब परेशान



दूसरे कीवी स्पिनर मिचेल सैंटनर भी कोहली को वनडे में तीन बार आउट कर चुके हैं, हालांकि इसके लिए उन्होंने कुल 13 पारियां ली हैं। वैसे तो सैंटनर हार्दिक पंड्या को भी ख़ूब परेशान करते हैं। पंड्या को उन्होंने छह में से चार वनडे पारियों में आउट किया है। इस दौरान पंड्या उनके ख़िलाफ़ सिर्फ़ 7.3 की औसत और 57 के स्ट्राइक रेट से रन बना पाते हैं। हालांकि हार्दिक ने भी इसका बदला लेते हुए सैंटनर को चार पारियों में तीन बार आउट किया है।

वैसे तो सैंटनर पिछले कुछ मैचों में अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं, इसलिए उनकी कोशिश होगी कि वह भारतीय बल्लेबाज़ों के सामने अपना पुराना जलवा बिखेरे। वह भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को भी पांच में से दो पारियों में आउट कर चुके हैं। सिर्फ़ शुभमन गिल के ख़िलाफ़ ही सैंटनर के पास कोई तोड़ नज़र आता है। शुभमन ने उनके ख़िलाफ़ चार पारियों में 118 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं, जबकि सैंटनर उन्हें एक बार भी आउट नहीं कर सके हैं।

न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ों को निकालना होगा शुभमन का तोड़

सिर्फ़ सैंटनर ही नहीं शुभमन हर एक कीवी गेंदबाज़ को परेशान करने का माद्दा रखते हैं। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ ही वनडे डेब्यू करने वाले शुभमन ने उनके ख़िलाफ़ सात पारियों में दो बार नाबाद रहते हुए लगभग 75 की औसत से 372 रन बनाए हैं, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी 100 से ऊपर का रहा है। वर्तमान न्यूज़ीलैंड की टीम में सिर्फ़ लॉकी फ़र्ग्यूसन और हेनरी शिपली ही उन्हें वनडे में आउट कर सके हैं। वर्तमान कीवी आक्रमण के सभी गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ उन्होंने 100 से ऊपर के स्टाइक रेट से रन बनाए हैं।

निकल्स और लेथम को दिखाना होगा अपना पुराना रूप



न्यूज़ीलैंड ने इस सीरीज़ में उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है तो इसका एक प्रमुख कारण उनके बल्लेबाज़ों का निराशाजनक प्रदर्शन है। इसमें सबसे प्रमुख नाम उनके कप्तान टॉम लेथम और हेनरी निकल्स का प्रदर्शन है। दोनों का भारत के ख़िलाफ़ पिछला रिकॉर्ड बहुत बेहतरीन रहा है। लेथम, युज़वेंद्र चहल के ख़िलाफ़ 44, कुलदीप यादव के ख़िलाफ़ 48 और शार्दुल ठाकुर के ख़िलाफ़ 65 की औसत से रन बनाते हैं, जबकि इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट हर वर्तमान भारतीय गेंदबाज़ के ख़िलाफ़ 100 से ऊपर का है।

ठीक इसी तरह का रिकॉर्ड हेनरी निकल्स के भी नाम है। तीसरे नंबर के बल्लेबाज़ निकल्स चहल के ख़िलाफ़ 56, मोहम्मद शमी के ख़िलाफ़ 44 और शार्दुल ठाकुर के ख़िलाफ़ 43 की औसत से रन बनाते हैं। सिर्फ़ कुलदीप यादव ही ऐसे गेंदबाज़ हैं, जिनके ख़िलाफ़ निकल्स का औसत सिर्फ़ 17.5 है और कुलदीप ने उन्हें पांच में से दो पारियों में आउट किया है। अगर ये दोनों बल्लेबाज़ फ़ॉर्म में आते हैं तो भारतीय गेंदबाज़ों को मुश्किल हो सकती है।

दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं @dayasagar95