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लॉर्ड्स से ईडेन गार्डन्स तक झूलन के करियर का जश्न

"मुझे [जज़्बात पर क़ाबू] करना होगा क्योंकि क्रिकेट मैदान पर आप जज़्बात नहीं ला सकते"

अपने आख़िरी अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान झूलन  •  ECB/Getty Images

अपने आख़िरी अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान झूलन  •  ECB/Getty Images

भारतीय तेज़ गेंदबाज़ झूलन गोस्वामी के असाधारण अंतर्राष्ट्रीय करियर का जश्न शनिवार को लॉर्ड्स से लेकर ईडन गार्डन्स तक मनाया गया। लॉर्ड्स में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर टॉस के दौरान अपने वरिष्ठ तेज़ गेंदबाज़ को अपने साथ ले आई, इसके बाद भारतीय टीम हडल में कुछ भावनात्मक पल देखने को मिले। वहीं मीलों दूर झूलन के घरेलू मैदान, कोलकाता के ईडन गार्डन्स में एक स्टैंड उनके नाम पर समर्पित किए जाने की बात भी की गई।
जनवरी 2022 में शुरू हुए लंबे करियर में झूलन के लिए आख़िरी सीरीज़ काफ़ी यादगार रहा है। भारत के पहले दोनों जीते हुए मैचों में उन्होंने काफ़ी किफ़ायती गेंदबाज़ी करते हुए अपने वनडे करियर का 253वां विकेट लिया। हालांकि लॉर्ड्स में आख़िरी मैच में इस सीरीज़ में इकलौती पारी में वह 17-वर्षीय बाएं हाथ की तेज़ गेंदबाज़ फ़्रेया केंप की गेंदबाज़ी पर पहली गेंद पर डक पर बोल्ड हो गईं। हालांकि आख़िरी मैच में किसी भी परिणाम के बावजूद भारत ने 23 सालों में इंग्लैंड में पहली बार सीरीज़ अपने नाम कर लिया है।
शनिवार को जश्न का माहौल टॉस के समय से ही दिखा। इंग्लैंड की मुख्य कोच लिसा काइटली, जो ख़ुद अपने आख़िरी मैच में टीम की कमान संभाल रहीं हैं, ने झूलन को इंग्लैंड के खिलाड़ियों द्वारा साइन किया गया एक शर्ट भेंट के रूप में दिया। हरमनप्रीत ने कुछ देर के लिए झूलन को सांकेतिक रूप में कप्तान बनने दिया, और ढेर सारी तसवीरें भी खींचीं गईं।
इसके बाद झूलन ने ब्रॉडकास्ट पर कहा, "मैं बीसीसीआई और सीएबी के प्रति आभारी हूं। साथ ही मेरे कोचों, परिवार के सदस्यों और कप्तानों के प्रति कि उन्होंने मुझे यह मौक़ा दिया। मैंने 2002 में शुरुआत भी इंग्लैंड के विरुद्ध ही की थी और उन्हीं के ख़िलाफ़ ख़त्म करना भी एक अच्छा अनुभव है। सबसे बड़ी बात है हम 2-0 से आगे हैं। 2017 में [विश्व कप] में हमने ज़बरदस्त वापसी की और फ़ाइनल खेले जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की होगी। वहां से भारत में महिला क्रिकेट में रूचि काफ़ी बढ़ी है। मुझे [जज़्बात पर क़ाबू] करना होगा क्योंकि क्रिकेट मैदान पर आप जज़्बात नहीं ला सकते। मेरा स्वाभाव निष्ठुर है - आपको सख़्त क्रिकेट खेलना पड़ता है और आप हमेशा सर्वश्रेष्ठ प्रयास ही कर सकती हैं। मेरे सारे साथी मेरे साथ हर उतार-चढ़ाव के दौर में मेरे साथ खड़े हुए हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "जिस तरह हरमन और स्मृति [मांधना] इस टीम को संभाल रहीं हैं उससे मैं बहुत उत्साहित हूं। हरमन की बल्लेबाज़ी ग़ज़ब की रही है। वह एक अलग प्रकार की बल्लेबाज़ हैं और जब वह जम जातीं हैं तो उन्हें रोकना आसान नहीं होता। मैं बहुत ख़ुश हूं जैसे यास्तिका [भाटिया] और हरलीन [देओल] जैसे युवा खिलाड़ी उभर रहे हैं। मुझे उम्मीद है वह आगे भी अच्छा करेंगे।"
सीएबी ने इस आख़िरी मैच के लिए एक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया था और उन्होंने अपने स्टार गेंदबाज़ की शान में एक और घोषणा की। अध्यक्ष अभिषेक डालमिया ने कहा, "हम ईडेन गार्डन्स के एक स्टैंड का नाम झूलन गोस्वामी को समर्पित करने की सोच रहे हैं। वह एक विशेष क्रिकेटर रहीं हैं और उनका नाम दिग्गजों में शुमार है। हम आर्मी (जिनके पास स्टेडियम का अधिकार है) से इस बात की औपचारिक अनुमति मांगेंगे। वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से भले संन्यास ले चुकीं हैं लेकिन हम चाहेंगे वह महिला आईपीएल ज़रूर खेलें।"
सीएबी सचिव स्नेहाशीष गांगुली ने कहा, "हम उनके अनुभव का फ़ायदा उठाना चाहते हैं और इसीलिए हमने उन्हें बंगाल में महिला क्रिकेट का मेंटॉर नियुक्त किया है। हम घरेलू क्रिकेट के विकास में उनके मार्गदर्शन का उपयोग करना चाहते हैं। अगर वह चाहें तो ख़ुद घरेलू क्रिकेट खेल सकतीं हैं।"