भारत के तेज़ गेंदबाज़
मोहम्मद शमी का 20 जून से शुरू हो रही
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ के लिए इंग्लैंड जाना मुश्किल लग रहा है। ESPNcricinfo को मिली जानकारी के अनुसार शमी IPL में गेंदबाज़ी करने के लिए फ़िट हैं, लेकिन उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाज़ी के लिए ज़रूरी वर्कलोड अभी तक हासिल नहीं किया है।
पिछले साल हुई टख़ने की सर्जरी से सफलतापूर्वक उबरने के बावजूद, शमी को दाहिने घुटने में दर्द महसूस होने लगा था, जिसके लिए वह लगातार इलाज करवा रहे हैं। हालांकि घुटने की समस्या ने उन्हें पूरी तरह से गेंदबाज़ी करने से नहीं रोका है, लेकिन इसने शमी की लंबी अवधि तक गेंदबाज़ी करने की योजना को बाधित किया है, जो टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाज़ी का एक ज़रूरी हिस्सा है।
नतीजतन, राष्ट्रीय चयनकर्ता इस बात को लेकर चिंतित हैं कि इंग्लैंड में होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ के लिए इस स्ट्राइक गेंदबाज़ को चुना जाए या नहीं। समझा जाता है कि BCCI मेडिकल स्टाफ़ का एक सदस्य इस हफ़्ते लखनऊ गया था ताकि शमी का आकलन किया जा सके, जो इस समय सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) के साथ IPL खेल रहे हैं। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि चयनकर्ताओं ने इस मामले में कोई महत्वपूर्ण फ़ैसला लिया है या नहीं, लेकिन ऐसा लगता है कि वे सावधानी बरतते हुए उन्हें भारतीय टीम में शामिल नहीं करेंगे, जब तक कि मेडिकल स्टाफ़ द्वारा कोई अनुकूल रिपोर्ट न दी जाए।
संयोगवश, 34 वर्षीय शमी ने अपना आख़िरी टेस्ट इंग्लैंड में ही खेला था। 2023 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़
WTC फ़ाइनल में वह टीम का हिस्सा थे। यह शमी के लिए निश्चित रूप से एक झटका होगा, जिन्होंने भारत को वैश्विक आयोजनों और कई सीरीज़ में सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई है। 2023 विश्व कप में वह टूर्नामेंट के सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे, जहां भारत उपविजेता रहा था। उन्होंने 2025 चैंपियंस ट्रॉफ़ी के दौरान सफलतापूर्वक अंतर्राष्ट्रीय वापसी की थी। उन्होंने टूर्नामेंट के संयुक्त रूप से दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ के रूप में फ़िनिश किया था और भारत को ख़िताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
14 महीने के चोट के बाद (2023 विश्व कप से जनवरी तक), शमी ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ घर में हुई सीमित ओवरों की सीरीज़ के दौरान भारत के लिए वापसी की थी। शमी ने टख़ने की सर्जरी से उबरने के दौरान कहा था कि उन्हें ऐसा महसूस हुआ जैसे "एक बच्चा चलना सीख रहा हो" और उन्हें डर था कि उनका करियर अचानक ख़त्म हो सकता है। मैच फ़िटनेस बनाने और साबित करने के लिए शमी ने रणजी ट्रॉफ़ी सहित घरेलू टूर्नामेंटों में बंगाल के लिए खेला। हालांकि, घुटने की समस्या बनी हुई है, जो शमी के लिए एक परेशानी का सबब है। काफ़ी समय तक शमी ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ मिलकर भारत को विदेशी धरती पर एक सक्षम टेस्ट टीम बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
शमी की अनुपस्थिति में भी, चयनकर्ताओं के पास (जो शनिवार को भारतीय टीम का चयन करेंगे) तेज़ गेंदबाज़ों का एक पूल है, उसमें कई विकल्प मौजूद हैं। उस सूची में प्रसिद्ध कृष्णा, आकाशदीप, अर्शदीप सिंह, मुकेश कुमार, यश दयाल, अंशुल काम्बोज, ख़लील अहमद और हर्षित राणा शामिल हैं।