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ESPNcricinfo के अनकैप्ड IPL 2025 XII में उपविजेता PBKS के सर्वाधिक चार खिलाड़ी

सूची में वैभव सूर्यवंशी, दिग्वेश राठी, विप्रज निगम और नमन धीर को भी मिली जगह

Prabhsimran Singh and Priyansh Arya impressed at the top once again, Punjab Kings vs Delhi Capitals, IPL 2025, Dharamsala, May 8, 2025

प्रभसिमरन सिंह और प्रियांश आर्या ने PBKS को आक्रामक शुरुआत दी  •  Associated Press

यत्र प्रतिभा अवसर प्राप्तोति। 'जहाँ प्रतिभा को अवसर मिलता है'। IPL 2025 सीज़न ने इस टूर्नामेंट के आदर्श वाक्य को पूरी तरह चरितार्थ किया, जहां भारत के अनकैप्ड खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरीं। इस सीज़न ने भारत की प्रतिभा की गहराई को दर्शाया। पेश है ESPNcricinfo की टूर्नामेंट की अनकैप्ड टीम।
अपने चोटिल कप्तान संजू सैमसन की जगह टीम में आए 14 वर्षीय सूर्यवंशी ने अपने IPL करियर की शुरुआत पहली गेंद पर छक्के से की, जिससे उनके बेखौफ़ और आक्रामक बल्लेबाज़ी की झलक मिली। सूर्यवंशी की ताक़त और टाइमिंग दोनों ने ही प्रभावित किया। उन्होंने सीज़न में 18 चौके, 24 छक्के और कुल 252 रन बनाए, लेकिन सबसे प्रभावशाली आंकड़ा उनका स्ट्राइक रेट (206.55) रहा, जो कि टूर्नामेंट में कम से कम 50 गेंद खेलने वाले सभी बल्लेबाज़ों में सबसे अधिक था। गुजरात टाइटंस (GT) के ख़िलाफ़ उन्होंने 35 गेंदों में 101 रनों की पारी खेली, जो कि अब IPL इतिहास का दूसरा सबसे तेज़ शतक है।
कम फ़ुटवर्क, ज़्यादा असरकारक- यही था आर्या का अंदाज़। अपने पहले ही IPL में प्रमुख कोच रिकी पोंटिंग का समर्थन मिलने के बाद आर्या ने पावरप्ले में ज़बरदस्त असर डाला। उन्होंने 179.24 के स्ट्राइक रेट से 475 रन बनाए, जो किसी भी डेब्यू सीज़न में एक अनकैप्ड बल्लेबाज़ द्वारा बनाए गए सबसे अधिक रन का रिकॉर्ड है। उन्होंने देवदत्त पड़िक्कल के 2020 में बनाए गए 473 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ा। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के ख़िलाफ़ 43 गेंदों में 102 रन की उनकी पारी किसी भी भारतीय खिलाड़ी का तीसरा सबसे तेज़ शतक है।
3. प्रभसिमरन सिंह (पंजाब किंग्स)
रिटेन किए गए खिलाड़ी प्रभसिमरन ने इस सीज़न में अपनी प्रतिभा के साथ न्याय किया और 160.52 के स्ट्राइक रेट से 549 रन बनाए। उनकी क्लीन ड्राइव्स और ख़राब गेंदों पर तुरंत आक्रमण करने की क्षमता ने आर्या के साथ उनकी सलामी जोड़ी को इस सीज़न की चर्चित जोड़ियों में से एक बना दिया। लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के ख़िलाफ़ 48 गेंदों में 91 रन और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के ख़िलाफ़ 49 गेंदों में 83 रन की पारियों ने PBKS की मिडिल-ऑर्डर की कमज़ोरियों को छिपाया। तेज़ गति की गेंदों पर उनकी आक्रामक शैली ने उन्हें एक अनकैप्ड भारतीय के रूप में IPL इतिहास का सबसे अधिक रन बनाने वाला बल्लेबाज़ (1305 रन) बना दिया।
4. नेहाल वढेरा (पंजाब किंग्स)
PBKS के लिए एक और अनकैप्ड रत्न वढेरा मुंबई इंडियंस (MI) से एक नई टीम में आए और उन्होंने ख़ुद को ढाल लिया। सीधा खेलने और मिडविकेट के क्षेत्र में शॉर्ट बॉल्स को मारने की आदत के चलते उन्होंने राजस्थान रॉयल्स (RR) के ख़िलाफ़ 37 गेंदों में 70 रन बनाए, लेकिन उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन क्वालिफायर 2 में रहा, जहां उन्होंने दबाव वाले मैट में 28 गेंदों में 49 रन बनाए और अपनी पुरानी टीम MI को हराने में मदद की।
5. शशांक सिंह (पंजाब किंग्स)
33 वर्षीय शशांक को PBKS ने रिटेन किया और उन्होंने 14 पारियों में सात बार नाबाद रहकर उन्होंने ज़ोरदार प्रदर्शन किया। GT के ख़िलाफ़ 16 गेंदों में 44 रन, LSG के ख़िलाफ़ 15 गेंदों में 33 रन और RR के ख़िलाफ़ 30 गेंदों में 59 रन उनकी कुछ महत्वपूर्ण नाबाद पारियां रहीं। फ़ाइनल में वह नाबाद 61 रन बनाकर अपनी टीम की तरफ़ से सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। शशांक के लिए यह एक और 350 रन वाला सीज़न रहा।
6. नमन धीर (मुंबई इंडियंस)
MI ने नीलामी में नमन धीर पर राइट-टू-मैच कार्ड का इस्तेमाल किया और उन्होंने शुरुआती तेज़ शुरुआत की क्षमता से अपनी उपयोगिता साबित की। DC के ख़िलाफ़ उनके 17 गेंदों में 38 रन ने क़रीबी मैच में अंतर पैदा किया, जबकि क्वालिफ़ायर-2 में 18 गेंदों में 37 रन ने MI को अच्छी शुरुआत दी। LSG के ख़िलाफ़ 11 गेंदों में 25 रन और DC के ख़िलाफ़ 8 गेंदों में 24 रन ने भी औसत स्कोर को जीत में बदला। उनका सीज़न का सर्वोच्च स्कोर LSG के ख़िलाफ़ नंबर 3 पर खेलते हुए 46 रन रहा, जहां उनका प्रति गेंद बाउंड्री का अनुपात 3.73 था।
7. विप्रज निगम (दिल्ली कैपिटल्स)
एक लेगब्रेक गेंदबाज़ जो गेंद को स्पिन कराने में विश्वास रखते हैं, वह इस सीज़न की खोज़ों में से एक रहें। उन्होंने DC के लिए 32.36 की औसत से 11 विकेट लिए। इसके साथ ही उन्होंने 179.74 के स्ट्राइक रेट से 142 रन भी बनाए और उपयोगिता के मामले में अक्षर पटेल की बराबरी की। उन्होंने बेंगलुरू में हुए मैच के दौरान विराट कोहली को आउट कर चिन्नास्वामी को शांत कर दिया। इस मैच में उन्होंने चार ओवर में 18 रन देकर दो विकेट लिए, जबकि चिन्नास्वामी का मैदान पर स्पिनरों के लिए मुश्किल माना जाता है। इससे पहले उन्होंने चेपॉक में CSK के ख़िलाफ़ 27 रन पर दो विकेट लेकर उन्हें बांधे रखा था। बल्लेबाज़ी में उन्होंने बाउंड्री लगाने की क्षमता दिखाई, जब उन्होंने 17 गेंदों में 39 रन बनाकर LSG को एक विकेट से हराया, जबकि KKR के ख़िलाफ़ एक मैच में 19 गेंदों में 38 रन बनाकर उन्होंने DC को शर्मिंदगी से बचाया।
8. दिग्वेश राठी (लखनऊ सुपर जायंट्स)
सिनेमा जैसा अनुभव। अपनी सटीक कलाईयों के स्पिन और "नोटबुक" सेलिब्रेशन के कारण राठी पूरे सीज़न चर्चा में रहें। उनका ऐसा प्रदर्शन रहा कि सीज़न के अंत तक टीमें अपने डेब्यू IPL सीज़न में खेल रहे इस खिलाड़ी से बचकर खेलने लगी थीं। उन्होंने 7.59 की इकॉनॉमी के साथ गेंदबाज़ी की और एक अनकैप्ड गेंदबाज़ के रूप में दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट (14) लिए। वह LSG के गेंदबाज़ों में एकमात्र ऐसे थे, जिन्होंने पूरे सीज़न में निरंतरता दिखाई।
एक तेज़ गुगली गेंदबाज़, जिन्होंने सीज़न ओपनर में आंद्रे रसल की गिल्लियां उड़ा दीं। वह हमेशा विकेटों की सूची में नहीं रहें, लेकिन उनकी स्टंप-टू-स्टंप गेंदबाज़ी और डिप में विविधता ने उन्हें एक मुश्किल गेंदबाज़ बनाया। आठ मैचों में उन्होंने 8.50 से कम की इकॉनमी से रन दिए। PBKS के ख़िलाफ़ उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। सीज़न की शुरुआत में उनके ख़िलाफ़ उन्होंने दो विकेट लिया, वहीं क्वालिफ़ायर-1 में 17 रन पर तीन विकेट लेकर उन्होंने PBKS के बल्लेबाज़ों को बांध दिया।
पंजाब के इस बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ ने MI की प्लेइंग XII में देर से जगह बनाई। उन्होंने KKR के ख़िलाफ़ अपने पहले ही IPL डेब्यू गेंद पर अजिंक्य रहाणे को आउट किया और IPL डेब्यू पर चार विकेट लेने वाले पहले भारतीय बने। उनके तेज़ यॉर्कर और पीछे से फेंकी गई स्लोअर गेंदों ने उन्हें सीज़न के दूसरे हाफ़ में टीम का नियमित गेंदबाज़ बना दिया। उनका 21.09 का गेंदबाज़ी औसत सभी अनकैप्ड गेंदबाज़ों में सर्वश्रेष्ठ रहा। मुंबई को उन पर इतना भरोसा था कि हार्दिक पंड्या ने क्वालिफायर-2 में उन्हें 19वां ओवर दिया।
11. यश दयाल (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु)
RCB को दयाल पर बहुत भरोसा है और वह उन तीन खिलाड़ियों में से एक थे, जिन्हें अंततः चैंपियन बनी टीम ने रिटेन किया था। दबाव में प्रदर्शन करने की उनकी आदत को एमएस धोनी ने फिर से ये देखा, जब दयाल ने CSK के ख़िलाफ़ दो रन से जीत के दौरान 20वां ओवर सफलतापूर्वक डाला। जॉश हेज़लवुड और भुवनेश्वर कुमार जैसे सीनियर गेंदबाज़ों के साथ दयाल ने चुपचाप वाइड और सीधे यॉर्कर फेंकते हुए काम किया। फ़ाइनल में उन्होंने तीन ओवर में दस डॉट गेंदें डालकर PBKS को बांध दिया।
12. वैभव अरोड़ा (कोलकाता नाइट राइडर्स)
17 विकेटों के साथ अरोड़ा का यह एक और सफल सीज़न रहा। इस लंबे और स्विंग कराने वाले गेंदबाज़ ने सिर्फ 12 मैच खेलकर अनकैप्ड गेंदबाज़ों में सबसे ज़्यादा विकेट लिए। बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ उनके शानदार रिकॉर्ड का उदाहरण तब मिला, जब उन्होंने SRH के ट्रेविस हेड और ईशान किशन को अपनी तीन विकेट के स्पेल के दौरान आउट किया। उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ आखिरी गेंद पर रन आउट में भूमिका निभाकर एक रन की जीत में भी योगदान दिया। लेकिन डेथ ओवर्स में उनकी गेंदबाज़ी इस सीज़न में कमजोर साबित हुई और वह 10.11 की इकॉनमी के साथ IPL 2025 ख़त्म कर पाए, जो इस सीज़न की सबसे खराब इकॉनमी में से एक रही।

श्रेष्ठ शाह ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं. @sreshthx