रवि शास्त्री का मानना है कि चोटिल रवींद्र जाडेजा और
जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति के बावजूद भारत के पास ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप को जीतने का बढ़िया मौक़ा है। हालांकि उनके अनुसार इसके लिए टीम को अच्छी शुरुआत करनी होगी।
भरत अरुण और आर श्रीधर के साथ अपनी नई पहल कोचिंग बियॉन्ड के अनावरण पर शास्त्री ने बुमराह की चोट के बारे में कहा, "(यह) दुर्भाग्यपूर्ण है। बहुत क्रिकेट खेला जा रहा है और लोग चोटिल होंगे। वह चोटिल हैं लेकिन यह किसी और के लिए एक मौक़ा भी है। चोट के साथ आप कुछ नहीं कर सकते।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है हमारे पास पर्याप्त ताक़त और एक अच्छी टीम है। मैं हमेशा मानता आया हूं कि आप अगर सेमीफ़ाइनल तक पहुंचते हैं उसके बाद कोई भी टूर्नामेंट जीत सकता है। उद्देश्य होगा कि अच्छी शुरुआत की जाए, सेमीफ़ाइनल तक पहुंचा जाए और फिर आपके पास पर्याप्त ताक़त है जिससे संभवतः (विश्व) कप जीता जा सके। बुमराह और जाडेजा के ना होने से टीम को नुक़सान होता है लेकिन यह नया चैंपियन तराशने का मौक़ा है।"
भारतीय टीम के पूर्व और वर्तमान में कोलकाता नाइट राइडर्स के गेंदबाज़ी कोच अरुण भी ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम के जीतने की संभावनाओं के प्रति आश्वस्त थे।
अरुण ने कहा, "उम्मीद यही है कि भारत लगातार जीतता रहे। जब टीम हारती है, लोग उनकी आलोचना करते हैं। विशेषकर विश्व कप में टीम प्रतिभा दिखाती है और ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियां उसे रास आएगी।"
साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध 2-1 से टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ जीतने के बाद कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा ने संकेत दिया था कि ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में अपने अनुभव के कारण शमी, बुमराह के रिप्लेसमेंट हो सकते हैं। शमी ने ऑस्ट्रेलिया में एकमात्र टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला हैं लेकिन वनडे और टेस्ट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। ऑस्ट्रेलिया में शमी ने आठ टेस्ट में 31 और 14 वनडे में 22 विकेट झटके हैं। इनमें से
17 वनडे विकेट 2015 के विश्व कप में आए थे जहां शमी भारत की ओर से दूसरे और कुल मिलाकर चौथे सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे थे।
शास्त्री ने शमी के बारे में कहा, "(ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में) उनका अनुभव (उनकी ताक़त है)। पिछले छह वर्षों में भारत कई मौक़ों पर वहां गया है और शमी उन सभी दौरों का एक अभिन्न अंग रहे हैं। इसलिए (ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन करने का) वह अनुभव मायने रखता है।"
भारतीय महिलाएं कुछ बड़ा जीतने से बस एक क़दम दूर : शास्त्री
शास्त्री अगले साल
महिला आईपीएल की शुरुआत से उत्साहित हैं और उन्होंने कहा कि भारतीय महिला टीम एक विश्व टूर्नामेंट जीतने और 1983 में विश्व कप जीतने वाली टीम की तरह बड़ा प्रभाव छोड़ने से बस एक क़दम दूर है।
उन्होंने कहा, "वह कुछ बड़ा जीतने से केवल (थोड़ा) दूर है। आप देखिए, '83 में विश्व कप जीतने पर पुरुष क्रिकेट टीम के साथ क्या हुआ। इसलिए, यदि महिलाएं विश्व कप जीतती हैं, तो अविश्वसनीय रुचि पैदा होगी। जितना अधिक मैं भारतीय महिलाओं को खेलते हुए देखता हूं, वे अपने प्रदर्शन के साथ कहीं अधिक आत्मविश्वासी हो रही हैं और उनमें यह भावना आती है कि वह मंज़िल तक कि दूरी तय कर सकती हैं।"