तीन हैट्रिक और 100 के क़रीब अंतर्राष्ट्रीय विकेट। इसके बाद भी
कुलदीप यादव को अपने करियर को बनाए रखने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा। 2019 के बाद 'कुल-चा' की जोड़ी टूट चुकी थी, आईपीएल भी कुलदीप के लिए ख़ास नहीं था। इस बीच घुटने में लगी चोट ने कुलदीप को तोड़कर रख दिया। यह एक ऐसा दौर था जो कुलदीप के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। कुलदीप टूट रहे थे, बिखर रहे थे और खु़द पर से आत्मविश्वास भी खो चुके थे। इस अंधेरे समय से कुलदीप निकले और बांग्लादेश के ख़िलाफ़
चटगांव टेस्ट में आठ विकेट लेकर टेस्ट क्रिकेट में सफल वापसी की।
कुलदीप के ख़राब दौर की शुरुआत 2019 आईपीएल से हो चुकी थी। कुलदीप 2019 आईपीएल में नौ और 2020 आईपीएल में पांच ही मैच खेल पाए। हालत यह थी कि इन 14 मैचों में उन्हें उनके कोटे के पूरे 56 ओवर तक नहीं कराए गए। क़िस्मत इतनी रूठी कि 2021 आईपीएल के दौरान उनके घुटने में चोट लग गई। वह अपने कोच कपिल पांडे से कहते थे कि यह उनके साथ क्या हो रहा है।
पांडे ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के साथ बातचीत में बताया, "कुलदीप इतने परेशान थे कि सोचते थे यह उनके साथ हो क्या रहा है? फिर कोरोना आया और उस समय कुलदीप को मेहनत कराई गई, लेकिन इससे पहले कि वह कुछ प्रदर्शन कर पाते उनको आईपीएल में चोट लग गई।" जब रिहैब से लौटने के बाद दोबारा अभ्यास शुरू हुआ तो कई बार होता था कि कोच और उनके शिष्य के मैदान पर आंसू तक निकल आते थे।
पांडे ने कहा, "कुलदीप जब रिहैब से लौटे तो हमने दो से चार स्पेल से शुरुआत कराई। हम सुबह नौ से शाम पांच बजे तक कानपुर के रोवर्स क्लब में अभ्यास करते थे। उसके लिए 45 ओवर के मैच कराए गए। जिला संघ से बोला कि दो मैच करा दीजिए। वहां पांच विकेट लिए और 50 रन बनाए। यहां से कुलदीप की वापसी की शुरुआत हुई।"
पांडे ने कहा, "शुरू में वह स्पीड बढ़ाने से हिचक रहा था। बोलता था कि सर कहीं ऐसा नहीं हो कि बल्लेबाज़ के बल्ले पर गेंद अच्छे से आने लगे। मैंने बोला कि चिंता मत करो ड्रिफ़्ट पर काम करेंगे। बल्लेबाज़ को सोचने पर मज़बूर करेंगे कि वह पीछे खेले या आगे आकर। अब उसका कंधा और शरीर अच्छे से पूरी तरह से झुक रहा है, जिससे उन्हें स्पीड भी मिल रहा है।"
नसीब देखिए रिकी पोंटिंग ने उन पर विश्वास दिखाया कि उन्हें पूरे मैच दिए जाएंगे। आईपीएल के लिए दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें 2022 में दो करोड़ में ख़रीदा और उन्होंने अपनी पुरानी टीम कोलकाता के ख़िलाफ़ दो मैचों में आठ विकेट ले डाले। उनका खोया आत्मविश्वास अब आने लगा था।
बांग्लादेश जाने से पहले कुलदीप ने पांडे से पूछा था, "सर अब मैं कैसा कर रहा हूं, क्या अच्छा कर पाऊंगा?" आज देखिए उन्होंने कितनी परिपक्वता के साथ खु़द को संवारा है।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26