शुभमन गिल की बतौर IPL कप्तान पहली पारी उतनी यादगार नहीं रही, जितनी वे चाहते थे। पिछले सीज़न उनकी कप्तानी में गुजरात टाइटंस आठवें स्थान पर रही लेकिन उन्होंने इससे बहुत कुछ सीखा, जो उन्हें IPL 2025 में मदद करेगा।
गिल ने
पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ अहमदाबाद में मैच से पहले कहा, "पिछला साल निश्चित रूप से मेरे लिए एक सीखने की प्रक्रिया थी। कप्तानी एक ऐसी चीज़ है - जितना अधिक आप इसे करते हैं, उतना ही अधिक आप अपने बारे में और खेल के बारे में सीखते हैं। कुछ पहलू ऐसे थे जिन्हें मैंने निश्चित रूप से पिछले साल सीखा और अनुभव किया, जो मुझे लगता है कि इस साल मेरे लिए बहुत मददगार होंगे।"
गिल का ध्यान इस बार अपने नए साथियों को बेहतर तरीके से समझने और टीम के भीतर संवाद बनाए रखने पर होगा।
उन्होंने कहा, "यह एक समग्र विकास है जिसे मैं अपने भीतर एक कप्तान के रूप में चाहता हूं। शायद यह मैदान के बाहर खिलाड़ियों से बात करना हो सकता है या कुछ और भी। उन खिलाड़ियों के साथ व्यक्तिगत बातचीत करना, जहां वे खुलकर अपने विचार साझा कर सकें, जहां वे मुझे बता सकें कि वे किन क्षेत्रों में सुधार करना चाहते हैं या मैं किन क्षेत्रों में उन्हें सुधारने में मदद करना चाहता हूं ताकि मेरी टीम को लाभ मिल सके।"
गिल ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि पावरप्ले में बेहतर बल्लेबाज़ी करना जरूरी होगा। यह एक ऐसा चरण है, जहां वे पिछले साल 7.72 की रन रेट के साथ सबसे धीमी गति से रन बनाने वाली टीम थे।
उन्होंने इस संदर्भ में कहा, "सच कहूं तो हमने पावरप्ले में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हम पिछले साल टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं थे, लेकिन उससे पहले मेरे और साई (सुदर्शन) के बीच कुछ अच्छी शुरुआती साझेदारियां थीं।"
"हालांकि, बीच में ऋद्धि भाई (ऋद्धिमान साहा) चोटिल हो गए। [मोहम्मद] शमी भाई चोटिल हो गए। जब आपके खिलाड़ी लगातार चोटिल हो रहे हों तो इतने अलग-अलग संयोजन बनाना आसान नहीं होता। इसके अलावा जाहिर है कि अगर कोई ऐसा खिलाड़ी जैसे कि हार्दिक [पांड्या] भाई मुंबई इंडियंस चले गए, तो मुझे लगता है कि समग्र रूप से यह हमारे लिए सही संयोजन खोजने में थोड़ी कठिनाई भरी स्थिति थी।"
"इस साल, हमारे पास एक शानदार समूह है। मुझे लगता है कि हमने सभी विभागों को कवर कर लिया है, हमारी बल्लेबाज़ी में अच्छी गहराई है, हमारे पास कुछ बेहतरीन गेंदबाज़ हैं, ख़ासकर तेज़ गेंदबाज़। IPL एक ऐसा टूर्नामेंट है जहां हर कोई 250-260-270 रन बनाने पर ध्यान देता है, लेकिन वास्तव में गेंदबाज़ ही आपको मैच जिताते हैं।"
"यही गेंदबाज होते हैं जो आपको इतने अधिक रन ख़र्च करने से रोक सकते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने रन बना रहे हैं, अगर आप अधिक रन खर्च कर रहे हैं तो कोई मायने नहीं रखता कि आप कितने रन बना रहे हैं। ख़ासकर हमारे लिए, हमारी विचारधारा एक मज़बूत और स्थिर गेंदबाज़ी आक्रमण बनाए रखने की है।"
"हम उम्मीद कर रहे हैं कि हम पूरे 14 मैचों में एक ही गेंदबाज़ी आक्रमण के साथ खेल सकें, लेकिन अगर कुछ होता है तो हमारे पास अच्छे विकल्प भी हैं। मुझे लगता है कि हमारे पास ईशी (इशांत शर्मा) भाई हैं। मुझे उनके बारे में ज़्यादा कुछ कहने की ज़रूरत नहीं है। वह IPL की शुरुआत से ही खेल रहे हैं और उनके पास जबरदस्त अनुभव है, और मुझे लगता है कि हमारी टीम में कुछ बेहतरीन युवा गेंदबाज़ भी हैं।"