शान्तो ने श्रीलंका से सीरीज़ हारने के बाद टेस्ट कप्तानी से दिया इस्तीफ़ा
"मैं मानता हूं कि तीनों फ़ॉर्मैट का अलग-अलग कप्तान होना टीम के हित में नहीं"
ESPNcricinfo स्टाफ़
28-Jun-2025
गॉल में खेले गए पहले टेस्ट में नजमुल हुसैन शान्तो ने दो शतक जड़े थे • AFP/Getty Images
नजमुल हुसैन शान्तो ने बांग्लादेश के टेस्ट कप्तान के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। श्रीलंका के हाथों 1-0 से मिली हार के बाद शान्तो ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में इसका ऐलान किया। श्रीलंका के ख़िलाफ़ पारी और 78 रन से कोलंबो टेस्ट में हारने के बाद शान्तो ने कहा, "मैं अब टेस्ट की कप्तानी जारी नहीं रखूंगा।"
"ये मेरा कोई व्यक्तिगत मामला नहीं है। टीम की बेहतरी के लिए मैं ये फ़ैसला ले रहा हूं, मुझे लगता है मेरा ये फ़ैसला टीम के हित में होगा। पिछले कई सालों से मैं इस ड्रेसिंग रूम का हिस्सा हूं, मैं मानता हूं कि तीन अंतर्राष्ट्रीय फ़ॉर्मैट में अलग-अलग कप्तान होना टीम के हित में नहीं है। मुझे नहीं पता इस बारे में बोर्ड क्या महसूस करता है, लेकिन मैं उनके फ़ैसले का सम्मान करूंगा। ये मेरा व्यक्तिगत फ़ैसला है, मुझे लगता है तीन अलग-अलग कप्तान टीम के लिए सही नहीं। मैं चाहूंगा कि मेरे इस फ़ैसले को कोई भी भावनात्मक तौर पर न ले, या फिर ये न सोचे कि मैंने निराश होकर ऐसा किया है। मैं एक बार फिर साफ़ करना चाहता हूं कि ये मैंने टीम की भलाई के लिए किया है।"नजमुल हुसैन शान्तो, पूर्व टेस्ट कप्तान, बांग्लादेश
शान्तो ने कहा कि उन्होंने इसकी जानकारी कुछ दिनों पहले ही बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के क्रिकेट ऑपरेशन्स विभाग को दे दी थी। इसी महीने शान्तो से वनडे की कप्तानी ले ली गई थी और वनडे का कप्तान मेहदी हसन मिराज़ को बनाया गया था।
शान्तो ने बांग्लादेश की 14 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है, उन्हें नवंबर 2023 में न्यूज़ीलैंड सीरीज़ से पहले कप्तान नियुक्त किया गया था। उनकी कप्तानी में बांग्लादेश को नौ टेस्ट में हार मिली है जबकि चार टेस्ट मैचों में जीत, जिसमें अगस्त 2024 में पाकिस्तान में जाकर पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 2-0 से यादगार जीत भी शामिल है। श्रीलंका के ख़िलाफ़ गॉल में खेला गया पहला टेस्ट उनकी कप्तानी में एकमात्र ड्रॉ टेस्ट रहा है। बतौर कप्तान उनका बल्लेबाज़ी फ़ॉर्म भी क़ाबिल-ए-तारीफ़ रहा है, जहां उन्होंने 36.24 की औसत से रन बनाए हैं। बिना कप्तानी करते हुए शान्तो की टेस्ट औसत 29.83 की ही रही है, और जिन चार टेस्ट में शान्तो ने बांग्लादेश को जीत दिलाई है वहां उनकी बल्लेबाज़ी औसत 37.16 की रही है।
शान्तो कुछ दिनों पहले तक सभी फ़ॉर्मैट में बांग्लादेश के कप्तान थे, लेकिन इस साल की शुरुआत में उन्होंने T20I की कप्तानी छोड़ दी थी। उसके बाद श्रीलंका के लिए रवाना होने से पहले एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया था कि वनडे में लंबे समय के लिए कप्तान होना अहमियत ज़ोर दिया था कि वनडे में लंबे समय के लिए कप्तान होना अहमियत रखता है। ये प्रेस कॉन्फ़्रेंस उसी दिन हुई थी जब BCB के निदेशकों के साथ भी उनकी मीटिंग थी। इसके बाद ये फ़ैसला हुआ था कि वनडे का कप्तान मेहदी हसन मिराज़ होंगे। जिसके बाद ऐसी भी ख़बरें आईं थीं कि शान्तो इससे नाराज़ हैं लेकिन वह इस मुद्दे पर बात करने से कतरा रहे थे।
शान्तो ने आगे कहा, "मैं उम्मीद करूंगा कि लोग ये न समझें कि ये सब मैंने वनडे की कप्तानी से हटने की वजह से किया है। मैं फिर साफ़ कर देना चाहता हूं कि ये सिर्फ़ टीम की भलाई के लिए है।"
शान्तो को पहली बार नवंबर 2023 में शाकिब-अल-हसन के चोटिल होने के बाद कप्तानी का ज़िम्मा दिया गया था। इसके बाद 2024 में उन्हें BCB ने अगले 12 महीनों के लिए तीनों ही फ़ॉर्मैट का स्थायी कप्तान नियुक्त किया था।
अक्तूबर तक बांग्लादेश को अब कोई टेस्ट नहीं खेलना है, अक्तूबर में उन्हें आयरलैंड की मेज़बानी करना है, यानी बोर्ड के पास ये तय करने का पर्याप्त समय है कि अगला कप्तान किसे बनाया जाए। मेहदी हसन वनडे के कप्तान हैं तो लिटन दास T20I में कप्तानी करते हैं। संभावना यही है कि इन्हीं दोनों में से किसी एक को टेस्ट की भी कमान दी जाएगी।