पिछले साल
दिसंबर में अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण करने वाले मध्य प्रदेश के तेज़ गेंदबाज़
कुलदीप सेन अब 2023--24 घरेलू सत्र में तमिलनाडु की ओर से खेलते दिखेंगे। पता चला है कि मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ ने उन्हें मेहमान खिलाड़ी के तौर पर तमिलनाडु से खेलने की अनुमति दे दी है।
कुलदीप ने अब तक 17 प्रथम श्रेणी मैचों में 52 विकेट लिए हैं, जबकि लिस्ट ए और टी20 क्रिकेट में उनके नाम 49 विकेट हैं। अभी वह राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी की देखरेख में चोट से उबरने का प्रयास कर रहे हैं। वह इस साल केवल दो ही आईपीएल मैच खेल पाए थे और अप्रैल से कोई क्रिकेट नहीं खेले हैं।
कुलदीप तमिलनाडु के लिए बुची बाबू टूर्नामेंट में नहीं खेल पाएंगे, लेकिन 1987--88 से अपने पहले ख़िताब की तलाश कर ही तमिलनाडु के लिए कुलदीप का शामिल होना बड़ी बात है। वे पिछली बार 2016--17 में रणजी नॉकआउट में पहुंचे थे जब टी नटराजन के टीम में आने से उन्हें आत्मविश्वास मिला था।
गौरव यादव को भी मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ से पुडुचेरी के लिए खेलने के लिए एनओसी मिल गई है। वह अंकित शर्मा की जगह लेंगे जो मध्य प्रदेश से ही आते हैं। पारस डोगरा और केबी अरूण कार्तिक के भी पुडुचेरी से खेलने की संभावना है। गौरव यादव 2022 में रणजी ख़िताब जीतने वाली टीम का हिस्सा थे और सभी तेज़ गेंदबाज़ों में उन्होंने पांच मैचों में सबसे अधिक 23 विकेट लिए थे।
पहले रिपोर्ट आ रही थी कि हनुमा विहारी आंध्र प्रदेश की जगह मध्य प्रदेश से खेल सकते हैं, लेकिन पता चला है कि वह आंध्र प्रदेश से ही खेलेंगे। दिल्ली के तेज़ गेंदबाज़
कुलवंत खेजरोलिया मध्य प्रदेश की टीम में कुलदीप और गौरव की जगह को भर सकते हैं।
तमिलनाडु के नए प्रमुख कोच
सुलक्षण कुलकर्णी खास तौर से रणजी ट्रॉफ़ी में बाहरी प्रदेश से तेज़ गेंदबाज़ों को लाने के इच्छुक हैं। कुलदीप जब रिदम में होते हैं तो वह 140 किमी प्रति घंटा की गति से गेंदबाज़ी कर सकते हैं और उनकी गति और उछाल बल्लेबाज़ों की मुश्किल बढ़ाता है। वह अपने साथ अनुभव भी लेकर आएंगे क्योंकि वह 2022 में खिताब जीतने वाली मध्य प्रदेश टीम का हिस्सा थे। वह अब तमिलनाडु के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण की कमान संभालेंगे, उनके साथ संदीप वारियर होंगे जो 2020 में केरला से यहां पहुंचे थे।
टीएनपीएल में प्रभावित करने वाले बायें हाथ के तेज़ गेंदबाज़
गुरपनजीत सिंह नटराजन की जगह ले सकते हैं जिन्होंने अपना ध्यान घुटने की चोट के बाद सफ़ेद गेंद क्रिकेट पर लगा रखा है।
तेज़ गेंदबाज़ों का पूल तैयार करने के लिए टीएनसीए ने हाल ही में टेलेंट हंट प्रोग्राम भी चलाया था। इसमें चुने गए खिलाड़ी चेन्नई, थेनी और तिरुपुर में लगने वाले कैंप का हिस्सा होंगे।
कुलकर्णी रणजी से पहले कोयंबटूर और डिंडीगुल में दो कैंप भी लगाए थे। इसके बाद उनको टीएनपीएल में गेंदबाज़ी कोच एल बालाजी के साथ भी देखा गया था।
विजय शंकर और एम शाहरूख़ ख़ान बुची बाबू टूर्नामेंट में टीएनसीए प्रेजिडेंट एकादश और टीएनसीए एकादश के कप्तान होंगे। यह टूर्नामेंट 15 अगस्त से 11 सितंबर तक खेला जाएगा। वरिष्ठ स्पिनर आर अश्विन को इसमें आराम दिया गया है, जबकि वॉशिंगटन सुंदर डबलिन में भारतीय टीम के साथ होंगे। मुंबई, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बंगाल, हरियाणा, बड़ौदा, केरला और जम्मू कश्मीर की टीम भी इस टूर्नामेंट में भाग लेंगी।