वेस्टइंडीज़ के पूर्व कप्तान
डैरेन सैमी ने सोमवार को कहा कि भारतीय क्रिकेटरों को विदेशी लीग्स में शामिल नहीं होने से काफ़ी घाटा हो रहा है। सैमी के अनुसार इस टी20 विश्व कप में भारतीय टीम पर इसका नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिला है।
दो बार टी20 विश्व कप जीतने वाले कप्तान सैमी का यह भी कहना है कि इंग्लैंड के खिलाड़ियों को विदेशी लीग्स में खेलने से काफ़ी फ़ायदा हुआ है। उनका यह भी कहना है कि इस बार ऑस्ट्रेलिया में इंग्लैंड के खिलाड़ियों को लाभ इसलिए भी हुआ क्योंकि वे बिग बैश लीग खेलते हैं।
आईसीसी की एक विज्ञप्ति में सैमी ने कहा, "दुनिया भर के टी20 लीग्स में खेलने का अनुभव रखने वाले खिलाड़ी वास्तव में काफ़ी बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी टी20 लीग है, लेकिन उनके खिलाड़ियों के पास दुनिया भर के अलग-अलग लीग्स में खेलने वाले खिलाड़ियों की तरह अनुभव नहीं है। आप देख सकते हैं कि ऐलेक्स हेल्स और क्रिस जॉर्डन जैसे खिलाड़ी, जो ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश लीग (बीबीएल) में खेलते हैं, उन्होंने इस विश्व कप में बढ़िया प्रदर्शन किया है। उनके इस बढ़िया प्रदर्शन के पीछे कोई संयोग नहीं है।"
सैमी के अनुसार इंग्लैंड टी20 विश्व कप के सबसे बढ़िया संतुलन वाली टीम थी। उनकी टीम में कई बढ़िया ऑलराउंडर थे और उन्होंने यह दिखाया कि दबाव वाले मैचों में वे बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं।
विश्व कप जीतने वाली इंग्लैंड की टीम के बारे में सैमी ने कहा, "इंग्लैंड ने यह दिखाया है कि वे किसी भी परिस्थिति में बढ़िया प्रदर्शन कर सकते हैं। हमने देखा कि सेमीफ़ाइनल में उन्होंने भारत के विरूद्ध किस तरह का प्रदर्शन किया है। साथी फ़ाइनल जैसे बड़े मैचों में भी उन्होंने 137 रनों का पीछा किया। इससे साफ़ दिखता है उनके बल्लेबाज़ी क्रम में एक परिपक्वता है। गेंद और बल्ले के साथ वह ऑस्ट्रेलिया की परिस्थिति में सबसे बेहतरीन तरीक़े से अनुकूलित हुए थे। उनकी टीम इस ट्रॉफ़ी की सच्ची हक़दार थी।"
सैमी ने इंग्लैंड के ऑलराउंडर
बेन स्टोक्स की काफ़ी तारीफ़ की और कहा कि वह इंग्लैंड के टीम के हीरो हैं। स्टोक्स ने टी20 विश्व कप के फ़ाइनल में 49 गेंदों में 52 रनों की पारी खेली सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह पारी दबाव वाले क्षणों में आई थी।
38 वर्षीय सैमी ने कहा, "मैं बेन स्टोक्स के प्रदर्शन से काफ़ी ख़ुश हूं। वह एक स्पंज की तरह थे जिन्होंने बहुत आसानी से दबाव को अवशोषित कर लिया।"