मुंबई और उत्तर प्रदेश के बीच चल रही रणजी ट्रॉफ़ी के
सेमी फ़ाइनल मैच में मुंबई ने उत्तर प्रदेश को खेल के हर क्षेत्र में पछाड़ते हुए तीसरे दिन 346 रनों की शानदार बढ़त बना ली थी। यह बढ़त अभी और मज़बूत हो सकती है। यूपी को 180 रनों में समेटने के बाद मुंबई के सलामी बल्लेबाज़ पृथ्वी शॉ ने गेंदबाज़ो पर जम कर प्रहार किया और 71 गेंदों में 74 रनों की पारी खेली।
गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी में तो मुंबई ने यूपी से बेहतर किया ही लेकिन क्षेत्ररक्षण में भी यूपी का प्रदर्शन काफ़ी ख़राब था। इस मैच में अभी तक यूपी ने दो पारियों में पांच कैच गिराए हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक रन आउट का भी मौक़ा गंवाया। यह सभी ग़लतियां यूपी की ने एक गंभीर समय में की। अगर वह इन मौक़ों को भुना लेते तो उनकी टीम एक बेहतर स्थिति में होती।
पहले दिन के खेल में यशस्वी जायसवाल को दो बार जीवनदान दिए गए। यह मौक़े तब गंवाए गए जब मुंबई का स्कोर 80 के भी पार नहीं गया था। पहले दिन लंच के बाद अंकित राजपूत ने पहले विकेट कीपर ध्रुव जुरेल ने पहले यशस्वी का कैच ठीक से नहीं पकड़ा। उस वक़्त यशस्वी सिर्फ़ 33 के स्कोर पर खेल रहे थे। इसके ठीक एक ओवर बाद अंकित की ही गेंद पर रिंकू सिंह ने गली के स्थान पर यशस्वी का एक और कैच गिरा दिया। इन दोनों जीवनदान के बाद यशस्वी ने एक शानदार शतक बनाया।
अब दूसरे दिन के खेल पर आते हैं।
दूसरे दिन का पहला सेशन गिली पिच के कारण बर्बाद हो गया। लंच के बाद जब खेल शुरू हुआ तो हवा में नमी थी और इससे गेंदबाज़ों को मदद मिलने के पूरे आसार थे। हालांकि यूपी के गेंदबाज़ इन परिस्थितियों का ज़्यादा लाभ नहीं उठा पाए। इसका फ़ायदा लेते हुए हार्दिक तमोरे ने 115 रनों की बेहतरीन पारी खेली। गेंदबाज़ों के अलावा फ़ील्डरों का भी ख़राब प्रदर्शन जारी रहा। कप्तान करण शर्मा ने तनुष कोटियान को कैच गिरा दिया। तब वह 7 के स्कोर पर खेल रहे थे। इसके ठीक 10 ओवर बाद सिली प्वाइंट पर समर्थ सिंह ने धवल कुलकर्णी का भी कैच गिरा दिया, तब वह शून्य के स्कोर पर खेल रहे थे। हालांकि इन दोनों कैच को टपकाने पर यूपी को ज़्यादा घाटा नहीं हुआ क्योंकि तब तक मुंबई की टीम 350 पर पहुंच गई थी और फिर वह 393 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई।
हालांकि यूपी के लिए दुखों का दौर यहीं ख़त्म नहीं हुआ। उनकी टीम अपनी पहली पारी में सिर्फ़ 180 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई और मुंबई को 213 रनों की बढ़िया बढ़त मिल गई। यहां से मैच उनके हाथ से निकलना शुरू हो गया था लेकिन इसके बाद उन्होंने फिर से कुछ ग़लतियां की जो उनके लिए और महंगा पड़ा।
मुंबई ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत सकारात्मक तरीक़े से किया। पृथ्वी शॉ ने पहली ही गेंद पर एक शानदार कवर ड्राइव लगा कर चौका बटोरा और वह लगातार आक्रामक बल्लेबाज़ी करते रहे। पहली पारी में पृथ्वी एक वाइड लाइन की गेंद को ड्राइव लगाने की कोशिश में यश दयाल की गेंद पर आउट हो गए थे। दूसरी पारी में भी कुछ ऐसा ही होने वाला था लेकिन रिंकू सिंह ने फिर से एक कैच छोड़ दिया। शॉ उस वक़्त 13 के निजी स्कोर पर खेल रहे थे। इसके बाद पृथ्वी जब आउट हुए तो मुंबई 300 रन की बढ़त ले चुका था।
श्रीनिधि रामानुजम ESPNcricinfo के सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिचर राजन राज ने किया है।